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Tension और Depression बढ़ा रही मुश्किलें! बच्चे क्यों होते हैं इसका शिकार… ये टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद

मानसिक तनाव और डिप्रेशन आज कल लोगों के जिंदगी का हिस्सा बन गया है। अक्सर लोग तनाव महसूस करते हैं, परेशना होते हैं, कई तरह की दिक्कतों का सामना करते हैं। कई बार बड़ी-बड़ी प्रॉब्लम्स को झेलते हैं फिर उससे लड़कर भी निकल जाते हैं। यह सब तो जिंदगी में चलता रहता है, लेकिन कई बार इससे निकलने में हमें समय लग जाता है। कई बार ये समस्याएं इतनी गंभीर हो जाती हैं जिनके बारे में आप सोच भी नहीं सकते।

बच्चों को क्यों होता है स्ट्रेस

खासतौर पर आजकल बच्चे स्ट्रेस का ज्यादा शिकार हो रहे हैं। बच्चों के साथ स्कूल में बुली होना, गलत व्यवहार, कोई गहरा सदमा, घरेलू हिंसा या फिर फैमिला सेपरेशन जैसी समस्याएं… जो बच्चों के दिलों-दिमाग पर गहरा असर डालती हैं। काफी समय तक उदास रहना, अकेले रहना किसी से बात करने का मन न होना, कई बार हम इन बातों पर ध्यान नहीं देते और इनको इग्नोर करते हैं जो एक गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है। यूनिसेफ (UNICEF) की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बड़े और बच्चों दोनों में होना स्वाभाविक है। लेकिन ये चीजें तब चिंता की वजह बन जाती हैं, जब कोई इनसे काफी लंबे समय से जूझता है, जिसे इसे डिप्रेशन कहा जाता है। आइए जानते हैं कि तनाव और चिंता से दूर रहने के लिए किन स्ट्रेस बस्टर टिप्‍स को अपनाकर हम एक रिलैक्‍स्‍ड लाइफ जी सकते हैं।

टेंशन और डिप्रेशन दूर करने के लिए अपनाएं ये टिप्स

पर्याप्त नींद जरूरी

कई बार हम स्‍ट्रेस से दूर रहने की कोशिश में देर रात तक मूवी देखते हैं, गाने सुनते हैं या फिर फोन चलाते रहते हैं। लेकिन, आपको यह जानना जरूरी है कि बेहतर मेंटल हेल्थ के लिए रात की नींद बहुत जरूरी होती है। अगर आप रात में कम से कम 8 घंटे की गहरी नींद नहीं लेंगे तो आप दिनभर थकावट महसूस करेंगे और आपका दिमाग टेंशन में रहेगा। अपर्याप्त नींद आपके मूड, मेंटल अवेयरनेस, एनर्जी लेवल और फिजिकल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसलिए स्ट्रेस से छुटकारा पाना चाहते हैं तो रात में पर्याप्त नींद जरूर लें।

माइंड को रिलैक्स करने की तकनीक सीखें

अगर आप मेंटली रिलीफ होना चाहते हैं तो मेडिटेशन, प्रोग्रेसिव मसल्स रिलैक्सेशन, गाइडेड इमेजरी, ब्रीदिंग एक्सरसाइज यानी गहरी सांस लेना जैसे व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। योग एक पावरफुल रिलैक्सेशन तकनीक है और स्ट्रेस-बस्टर है। इसके साथ ही यह आपको किसी भी तरह की एनजाइटी से दूर रखता है।

सोशल नेटवर्क बढ़ाएं

कभी-कभी जब आप अकेलापन महसूस करते हैं तो ऐसे में आप अपने पुराने दोस्त-यारों, शुभ चिंतकों के साथ संपर्क बढ़ाएं। आप स्‍कूल और कॉलेज के एल्‍यूमिनाई ग्रुम में शामिल हों और अपना सोशल नेटवर्क मजबूत बनाएं। इससे आप बेहतर महसूस करेंगे।

​अपनी स्किल्स को निखारें

अगर आपके अंदर कुछ स्किल है तो समय मिलने पर उसे निखारने की कोशिश करें। जैसे कुछ लोग काफी क्रिएटिव होते हैं, लेकिन तमाम दफा वह अपना पूरा वक्त टेंशन में जाया कर देते हैं। बेहतर होगा कि वह खुद को अपने पसंदीदा काम में बिजी रखें। जितना अधिक कुशलता से आप अपने काम और परिवार की मांगों को जोड़ सकते हैं, आपके तनाव का स्तर उतना ही कम होगा। दिनभर की दिनचर्या और काम के बाद आप खुद के लिए समय निकालें और कुछ नया सीखें। उदाहरण के तौर पर आप कुकिंग, स्टिचिंग, ड्रॉइंग, पेंटिंग आदि।

जरूरत पड़ने पर मदद मांगें, डरें नहीं

अक्सर दूसरों के साथ अपनी समस्या शेयर करने से समस्या का समाधान मिल जाता है। ऐसे में जब भी आपको तनाव महसूस हो अपने जीवनसाथ, करीबी दोस्त और पड़ोसियों से अपनी बात जरूर शेयर करें। उनसे मदद मांगने पर डरें नहीं।

क्या है डिप्रेशन ?

डिप्रेशन सबसे आम प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों में से एक है और अक्सर चिंता के साथ विकसित होती है। डिप्रेशन माइल्ड और कम समय के लिए या गंभीर और लंबे समय तक चलने वाला हो सकता है। कुछ लोग डिप्रेशन से केवल एक बार प्रभावित होते हैं, जबकि अन्य लोग इसे कई बार अनुभव कर सकते हैं।

डिप्रेशन आत्महत्या का कारण बन सकता है, लेकिन सही तरह से मदद किए जाने पर इसे रोका जाता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि आत्महत्या के बारे में सोच रहे युवाओं की मदद करने के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है। सबसे अच्छी बात है कि डिप्रेशन का इलाज किया जा सकता है ऐसी कई चीजें हैं जो डिप्रेशन को दूर करने में मदद कर सकती हैं।

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