जबलपुरमध्य प्रदेश

तहसीलदारों ने सरकारी गाड़ी लौटा दी, तीन दिन के लिये चले गये हड़ताल पर, कामकाज पूरी तरह से ठप्प

जबलपुर। पूरे प्रदेश में सोमवार से तहसीलदार और नायब तहसीलदार तीन दिन की हड़ताल पर चले गये है। जिसमें उनकी प्रमुख मांग प्रमोशन और वेतन वृद्धि है। आक्रोशित तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने शासकीय वाहन भी कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर खडा दिया है। फिलहाल अभी तीन दिन तक तो इन कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप्प रहेगा।

ये काम हो रहे है ज्यादा प्रभावित

तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने 20 से 22 मार्च तक सामूहिक अवकाश की घोषणा कर दी हैं, इसके चलते सोमवार सुबह से प्रशासनिक कामकाज पटरी से उतर गया है। तहसील दफ्तरों में सीमांकन, बटांकन से लेकर अन्य कोई काम नहीं होने से आवेदक-पक्षकार हलाकान हो रहे हैं।

वाॅट्सऐप पर भी तहसीलदार उपलब्ध नहीं

उधर, जिले भर के तहसीलदार आज तहसील चौक स्थित जबलपुर तहसील के दफ्तर में सरकारी वाहन खड़े कर मीटिंग हॉल में बैठ चिंतन-मंथन कर अपनी आगामी रणनीति पर कार्य शुरू कर चुके हैं। इसके चलते सोमवार सुबह से तहसीलदार न तो वाट्सअप चेक कर रहे हैं न ही कोई प्रशासनिक या न्यायालयीन कार्य कर रहे हैं।

तहसीलदारों ने डिजिटल डोंगल भी वापस कर दिया

बताया गया है कि लिपिकीय अमले सहित राजस्व निरीक्षक और पटवारियों की मौज हो गई है, जबकि एसडीएम दफ्तरों तक का कामकाज प्रभावित हो गया है। हड़ताल के दौरान तहसीलदारों ने डिजिटल डोंगल भी वापस कर दिया है।

इन मुदें के लिये की है हड़ताल

दरअसल प्रदेश में तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और नायब तहसीलदारों को तहसीलदार बनाने का मुद्दा फरवरी से ही गरमाया हुआ है। वे चाहते हैं कि कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदार को लेकर आदेश जीएडी यानि सामान्य प्रशासन विभाग ही निकाले, ताकि जिलों में उन्हें पदोन्नति उसी तहसील पर मिले जहां की गई है। इससे प्रभार के सम्बंध में दुविधा या दुरुपयोग नहीं होगा और अफसरों के सम्मान को ठेस भी नहीं पहुंचेगी।

संबंधित खबरें...

Back to top button