
भोपाल। प्रदेश भर के 14 हजार से ज्यादा नवनियुक्त शिक्षक आज राजधानी के भेल दशहरा मैदान में प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। कार्यक्रम में संबोधन से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी शिक्षकों को झुककर नमन किया। उन्होंने कहा- मैंने गुरुजी के नाते आपको प्रणाम किया है, लेकिन आप हमारे छोटे भाई-बहन भी हैं। शिक्षक नौकर नहीं, निर्माता है। आप बच्चों का भविष्य गढ़ने वाले हैं। मैं जानता हूं कि जैसा आप इनका भविष्य बनाएंगे, वैसा ही आने वाले समय में ये भारत को गढ़ेंगे।

शिक्षकों के सम्मान में कमी नहीं आने दूंगा : सीएम
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सबसे पहले गुरुजनों को प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि गुरुजनों का सम्मान हमारी श्रद्धा है, संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। मेरे जीवन में शिक्षकों का विशेष सम्मानित स्थान रहा है। गांव में स्कूल में सबसे पहले गुरु के चरणों में सिर झुकाते थे। आप सभी शिक्षकों को प्रणाम। सीएम ने कहा, मेरा संकल्प है कि शिक्षकों के सम्मान में कभी कोई कमी नहीं आने दूंगा। एक समय मध्य प्रदेश में ऐसा भी था, जब शिक्षकों के कई संवर्ग बना दिए गए थे, न शिक्षकों का सम्मान था न उन्हें उचित वेतन मिलता था, लेकिन हमने इसमें सुधार किया।
शिक्षक नौकर नहीं, बल्कि निर्माता है: सीएम
सीएम शिवराज ने कहा, शिक्षक नौकर नहीं, बल्कि निर्माता है। शिक्षक होना कोई नौकरी नहीं, बल्कि बच्चों का भविष्य गढ़ने वाले गुरु होने का महत्वपूर्ण दायित्व है। आप बच्चों को जैसा गढ़ेंगे, देश का भविष्य वैसा ही बनेगा। आपके पास देश को बनाने का जिम्मा है। मैंने गुरुजी के नाते आपको प्रणाम किया है, लेकिन आप हमारे छोटे भाई-बहन भी हैं। आप कर्मचारी नहीं हैं। आप बच्चों का भविष्य गढ़ने वाले हैं। मैं जानता हूं कि जैसा आप इनका भविष्य बनायेंगे, वैसा ही आने वाले समय में ये भारत को गढ़ेंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में जल्द ही हम पहले नंबर पर होंगे : सीएम
सीएम ने कहा कि कुछ बड़ा करने का भाव अगर मेरे अंदर भरा तो मेरे गुरु ने। हर बच्चा अनंत शक्तियों का भंडार है। अगर गुरु ठीक मिल जाए तो बच्चे की क्षमता का प्रकटीकरण हो जाता है और वह डॉक्टर राधाकृष्णन, बाबासाहेब अम्बेडकर जैसा बन जाता है। आज भी सरकारी स्कूलों में अनेक शिक्षक अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं। आप सबके प्रयास से ही हम शिक्षा के क्षेत्र में 17वें से 5वें स्थान और सरकारी स्कूलों में तीसरे नंबर पर आ गए हैं और मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही पहले नंबर पर आ जाएंगे।
नैतिकता और चरित्र गढ़ने का काम शिक्षक करते हैं : सीएम
शिक्षक का दायित्व शिक्षा देने के साथ कौशल विकास में निपुण करना भी है। शिक्षक का विद्यार्थी प्रति महत्वपूर्ण दायित्व है उसे श्रेष्ठ नागरिक संस्कार से संस्कारित करना। बच्चों में देशभक्ति का भाव, राष्ट्र सेवा का संकल्प हो, तो देश के विकास को कोई रोक नहीं सकता। हमारे शिक्षक बताते थे कि नेत्रहीन को सड़क पार कराओ। यदि आप बैठो हो और कोई बुजुर्ग आ जाये, तो खड़े हो जाओ। यह संस्कार मिले, तो हमने अपने जीवन को ऐसे जिया। नैतिकता और चरित्र गढ़ने का काम शिक्षक ही कर सकते हैं।
नसरुल्लागंज की बेटी नाव चलाकर मेडल जीत रही : सीएम
बच्चों में विशेष प्रतिभाएं हैं उनका भी प्रकटीकरण हो। नसरुल्लागंज की बेटी कावेरी मछली पकड़ने के लिए नाव चलाती। उसमें अद्भुत प्रतिभा थी। उसे प्रोत्साहित किया गया। अब वह नाव चलाने के खेल में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय पदक जीत रही है। मेरे शिक्षक भाई-बहनों, सदैव उत्साह, धैर्य से भरे रहना और इसी संकल्प के साथ कार्य करते रहना कि हमें अपने विद्यार्थियों को गढ़ना है, ताकि वे भारत को गढ़कर दिखा सकें।

सीएम ने 6 शिक्षकों को सौंपे नियुक्ति-पत्र
- जिला भोपाल : डॉ. वैशाली चौधरी, बैरसिया।
- जिला सीहोर : कपिल सिंह ठाकुर – सीएम राइज स्कूल, इछावर।
- जिला नर्मदापुरम : स्वाति यादव- करोंद कला, पिपरिया।
- जिला निवाड़ी : पूजा तिवारी – शा. उमा. वि. पृथ्वीपुर।
- जिला खरगोन : सपना गौतम- सीएम राइज, महेश्वर।
- जिला खंडवा : गीतू कास्डे- देवली कला, खालवा।