
इंदौर के एक मॉल में आज सुबह आतंकवादियों के घुसने से हड़कंप मच गया। जिसमे तुरंत बाद ही इंटेलिजेंस, आतंक विरोधी दस्ता, पुलिस और बम स्क्वॉड की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान पूरे मॉल खाली करवाया गया। बता दे कि ये सच्ची आतंकवादी घटनाओं को रोकने के लिए मॉक ड्रील की गई थी।
मॉल के कर्मचारियों को थी जानकारी
सच्ची आतंकवादी घटनाओं को रोकने के लिए मॉक ड्रिल की प्रैक्टिस और चेकिंग पूरी तत्परता से की गई। इंटेलिजेंस के एसीपी आनंद सोनी ने बताया कि संभावित घटनाओं को देखते हुए प्रदेशभर में प्रमुख स्थानों पर मॉक ड्रील करना तय किया गया था। योजना के मुताबिक, पहले ही मॉल प्रबंधन से बात कर ली थी। साथ ही मॉल के कर्मचारियों को भी बता दिया गया था।
हथियारों से लैस जवानों ने पूरे मॉल को घेरा
टीम की इस योजना के तहत सुबह एक व्यक्ति को आतंकवादी के रूप में मॉल में प्रवेश करवाया गया। बाद में सूचना मिलने पर आतंकरोधी दस्ता और पुलिस पहुंची। अत्याधुनिक हथियारों से लैस जवानों ने पूरे मॉल को घेर लिया और सबसे पहले मॉल को खाली करवाया गया। बाद में टीम ने पूरे मॉल की सर्चिंग की गई।
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#इंदौर के मॉल में #एटीएस #भोपाल, इंदौर #पुलिस और बीडीएस विभाग की टीमों का बड़ा चैकिंग अभियान। आतंकी घटना को लेकर माक ड्रिल। देखें #वीडियो#MockDrill #MPPolice @DGP_MP #PeoplesUpdate pic.twitter.com/NqlrzgZzBK
— Peoples Samachar (@psamachar1) September 6, 2022
पहले भी हो चुकी मॉक ड्रिल
बता दें कि देश में हो रही विभिन्न घटनाओं को देखते हुए लगातार आतंकवादी विरोधी दस्ते द्वारा प्रदेश भर में इस तरह की मॉक ड्रिल की जाती है। इससे पूर्व सेना द्वारा होटल, एयरपोर्ट और IIM में भी मॉक ड्रिल किया जा चुका है। मंगलवार की सुबह इंदौर के मॉल में इस प्रक्रिया को अपनाया गया।
पुलिस की दो टीमों में हुई झड़प
इंदौर की डीआरपी लाइन में मंगलवार को पुलिस की दो टीमों में झड़प हो गई। आगामी त्योहारों के मद्देनजर डीआरपी लाइन पर बलवा परेड़ का आयोजन किया गया। इस मॉकड्रिल के लिए पुलिसकर्मियों के दो गुट बनाए गए। एक गुट ने दूसरे पर पथराव किया। पथराव से बचने के लिए दूसरे गुट ने आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद लाठीचार्ज भी किया। पथराव और लाठीचार्ज का नजारा कुछ ऐसा था कि डीआरपी लाइन का मैदान दंगा प्रभावित क्षेत्र जैसा नजर आ रहा था।
टीयर गैस की दी ट्रेनिंग
दंगाइयों के अनियंत्रित होने पर एहतियात के तौर पर भीड़ को रोकने और आगजनी पर काबू पाने के लिए वॉटर कैनन और फायर ब्रिगेड को भी तैयार रखा गया। इसके साथ ही घायलों को ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई। मौके पर एक जेल वाहन भी खड़ा किया गया। जिसमें दंगाइयों को पकड़कर जेल भेजने की व्यवस्था थी। साथ ही आरआई जयसिंह तोमर ने टीयर गैस की ट्रेनिंग दी। वहीं सही मॉक ड्रिल के बारे में भी बताया गया।
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