
वॉशिंगटन। अमेरिका में भारतीयों की हत्या के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। अब इस मामले पर व्हाइट हाउस ने प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस ने अमेरिका में भारतीय लोगों पर हो रहे हमले की निंदा की है और कहा कि यहां नस्ल, लिंग या किसी अन्य कारक के आधार पर हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हमलों को रोकने के लिए प्रशासन कड़ी मेहनत कर रहा है।
भारतीयों की सुरक्षा पर उठ रहे हैं सवाल
व्हाइट हाउस में अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के स्पोक्स पर्सन जॉन किर्बी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उनसे भारतीय लोगों पर हमलों और माता-पिता के बीच अपने बच्चों को अमेरिका भेजने की चिंताओं के बारे में एक सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा- निश्चित रूप से अमेरिका में हिंसा के लिए नस्ल, लिंग, धर्म या किसी भी तरह का बहाना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।
बाइडन प्रशासन उठा रहा ठोस कदम : जॉन किर्बी
अमेरिकी सरकार ऐसी घटना को रोकने के लिए क्या कर रही है इस पर किर्बी ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति और उनका प्रशासन बेहद कड़ी मेहनत कर रहा है। इस तरह के हमलों को रोकने के लिए राज्य व स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर हर संभव कोशिश की जा रही है।” बता दें कि इस साल के शुरू होने से अब तक 4 भारतीय छात्रों और 3 भारतीय मूल के लोगों की मौत हो चुकी है। एक अन्य भारतीय छात्र पर हमला भी हुआ।
भारतीयों की मौतों के मामले

15 फरवरी 2024 : अमेरिकी के अलबामा में एक ग्राहक ने भारतीय मूल के होटल मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों के बीच एक कमरे को लेकर विवाद शुरू हुआ था। मिली जानकारी के अनुसार, शेफील्ड में हिलक्रेस्ट होटल के मालिक प्रवीण रावजी भाई पटेल (76) की पिछले सप्ताह हत्या की गई। इस मामले में 34 साल के विलियम जेरेमी मूर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मूर कमरा किराए पर लेने होटल आया था और इसी दौरान उसका पटेल से विवाद हो गया। इसके बाद मूर ने पटेल को गोली मार दी।

7 फरवरी 2024 : अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में एक भारतीय मूल के मौत हो गई थी। 41 साल के विवेक तनेजा एक रेस्टोरेंट के बाहर बेहोश हालात में मिले थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां पांच दिन के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया था कि, मामला 2 फरवरी का था। जब रेस्टोरेंट के बाहर विवेक का एक शख्स के साथ झगड़ा हुआ। झगड़े के बाद दोनों के बीच मारपीट होने लगी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन, तब तक विवेक बेहोश हो गए थे। उनके सिर पर गहरी चोट थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां 5 दिन बाद 7 फरवरी को उनकी मौत हो गई।

4 फरवरी 2024 : इंडियाना राज्य में एक पार्क में समीर कामथ नाम के भारतीय-अमेरिकी छात्र का शव मिला था। जांच में पता चला था कि उसने मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की थी और PhD कर रहा था। उसके पास भारत के साथ अमेरिका की भी नागरिकता थी।

2 फरवरी 2024 : 2 फरवरी को श्रेयस की मौत ओहियो में हुई थी। मौत की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। श्रेयस रेड्डी बेनिगर बिजनेस की पढ़ाई कर रहा था। इस मामले की जांच अभी भी चल रही है।

20 जनवरी 2024 : छात्र अकुल धवन का शव इलिनोइस अर्बाना-शैंपेन यूनिवर्सिटी के बाहर मिला था। अकुल की मौत की खबर 1 फरवरी को सामने आई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अकुल की मौत ठंड लगने की वजह से हुई। रिपोर्ट में कहा गया- अकुल की मौत की वजह हाइपोथर्मिया थी। ये ऐसी स्थिति होती है जिसमें शरीर का तापमान नॉर्मल से कम हो जाता है।

28 जनवरी : इंडियाना राज्य में भारतीय छात्र नील आचार्य की मौत हो गई थी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 28 जनवरी सुबह करीब 11:30 बजे परड्यू यूनिवर्सिटी कैंपस में शव दिखने की खबर मिली थी। इसके बाद पुलिस ने नील की मौत की पुष्टि की। नील 12 घंटे से लापता था।
16 जनवरी 2024 : अमेरिका के जॉर्जिया में एक बेघर नशेड़ी ने 25 वर्षीय भारतीय छात्र विवेक सैनी को हथौड़े से 50 बार पीट-पीटकर मार डाला था। घटना 17 जनवरी की थी, लेकिन खबर 27 जनवरी को सामने आई थी। विवेक एक फूड मार्ट में काम करता था। वह कुछ दिनों से बेघर नशेड़ी की मदद कर रहा था। एक दिन वह नशे में धुत होकर विवेक के पास फूड मार्ट पहुंचा और गुस्से में उसने विवेक को हथौड़े से मार-मारकर मौत के घाट उतार दिया। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने घटना के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
भारतीय लोगों पर हो रहे हमले
8 फरवरी को शिकागो में लुटेरों ने भारतीय छात्र सैयद मजाहिर अली पर हमला किया था। पहले तो 3 हमलावरों ने छात्र का पीछा किया, इसके बाद तीनों ने उसे बुरी तरह पीटा फिर, फोन और सामान छीन कर भाग गए थे। घटना का वीडियो सामने आया था, जिसमें छात्र खून से लथपथ नजर आ रहा था।