
मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में नवनिर्वाचित पार्षद की जीत की खुशियां मातम में बदल गई। सतना जिले के मैहर नगर पालिका चुनाव में नवनिर्वाचित पार्षद के बेटे की जश्न से पहले मौत हो गई। इधर, छतरपुर जिले की महाराजपुर नगर पालिका में निकाय चुनाव के रिजल्ट आने के पहले निर्दलीय चुनाव लड़े पार्षद के पिता की मौत हो गई। पिता का अंतिम संस्कार के बाद बेटा पार्षद का चुनाव जीत गया।
पिता जीता… बेटे को आया हार्ट अटैक
मैहर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक तीन से कांग्रेस के पार्षद निर्वाचित हुए पार्षद रामू कोल के 40 वर्षीय पुत्र कृष्णा कोल की बुधवार को पिता की जीत की इतनी खुशी हुई कि वह सहन नहीं कर सका और उसे अचानक दिल का दौरा पड़ गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। जिसके कारण नवनिर्वाचित पार्षद की जीत की खुशी में मातम में बदल गई। कृष्णा के पिता ने पार्षद का चुनाव कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लड़ा था। जिसमें उन्हें 390 वोट मिले। चुनाव में उन्होंने भाजपा के पवन कोल को 14 मतों के अंतर से पराजित किया है, पवन को 376 मत मिले।
बेटे ने कर ली थी जश्न की तैयारी
बताया जा रहा है कि काउंटिंग के समय कृष्णा घर पर था, जब नतीजे आए और उसके पिता की जीत की खबर उसे फोन पर मिली तो वह बहुत खुश हुआ। उसने कई परिचित लोगों को फोन करके बुलाया। उने मिठाई लाने के लिए कुछ लोगों को पैसे दिए। इस खुशी में उसने बैंड बाजे वालों को बुलाया, डीजे के लिए भी पैसे दिए। तभी अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी वो चक्कर खाकर नीचे गिर गया। इस दौरान परिजनों ने तुरंत ही उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया।

रात में पिता की मौत… सुबह बेटा बना पार्षद
इधर, छतरपुर जिले के महाराजपुर नगर पालिका चुनाव के बुधवार को रिजल्ट आने के पहले ही एक दुखद घटना घट गई। यहां के वार्ड क्रमांक – 13 से निर्दलीय चुनाव लड़े राकेश पटेल के पिता की मौत हो गई। पिता का अंतिम संस्कार कर लौटे बेटे को पता चला कि वह पार्षद का चुनाव जीत गया है। इसके बाद वे प्रमाण पत्र लेने सेंटर पर पहुंचे। उन्होंने कहा – पिता ने वोट डालने के बाद ही कह दिया था तुम चुनाव जीत रहे हो। उन्होंने तो पहले ही आशीर्वाद दे दिया था, लेकिन उनके बिना यह जीत की खुशी, खुशी नहीं लग रही है।
निर्दलीय लड़ा चुनाव
नवनिर्वाचित पार्षद को मंगलवार रात को पता चला कि पिताजी देवीदीन पटेल नहीं रहे। पिता की मौत के बाद बुधवार सुबह अंतिम यात्रा निकालते हुए उनका अंतिम संस्कार किया। करीब 12 बजे परिचित ने कॉल कर बताया कि वह चुनाव जीत गया है, प्रमाण-पत्र लेने आ जाओ। बता दें कि कांग्रेस से विधायक का चुनाव लड़ चुके लल्ला महेंद्र सिंह ने बताया कि राकेश कांग्रेस के कार्यकर्ता थे। निकाय चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद गुस्सा होकर निर्दलीय चुनाव में खड़े हो गए थे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी रामदेव मिश्रा को 50 मतों से पराजित किया है।
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