
श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में चीतों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को एक और चीते सूरज की मौत हो गई। कूनो नेशनल पार्क में नर चीता सूरज मृत मिला है। जिसे दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था। गश्ती दल को सुबह नर चीते का शव मिला, इसके बाद परियोजना में शामिल अधिकारी सदमे में आ गए हैं। इसी के साथ चीता प्रोजेक्ट को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि, पिछले 2 महीने में तीन शावकों समेत 8 चीतों की मौत हो चुकी है।
एक हफ्ते के अंदर दूसरे चीते की मौत
दरअसल, तीन दिन पहले ही तेजस नामक चीते की मौत हुई थी। अभी तक तेजस की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह सामने आ पाएगी। नर चीता तेजस की गर्दन के ऊपरी हिस्से में चोट के निशान मिले थे। वहीं सूरज की मौत का कारण भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल सकेगा।
अब तक 5 चीते और तीन शावक की मौत
दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए कुल 20 चीतों में से अब तक यह 8 वीं मौत है। इसके अलावा यहां पैदा हुए चार शावक में से तीन शावक भी दम तोड़ चुके हैं।
जानें कब-कब हुई मौतें
- सबसे पहले 27 मार्च 2023 को मादा चीता साशा की मौत हुई थी। साशा की मौत किडनी इन्फेक्शन से हुई।
- इसके बाद 23 अप्रैल 2023 को साउथ अफ्रीका से लाए गए नर चीता उदय की मौत हुई थी।
- 9 मई 2023 को मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत हो गई थी। दक्षा को दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था।
- 23 मई 2023 को मादा चीता ज्वाला के एक शावक की मौत हो गई।
- 25 मई 2023 को मादा चीता ज्वाला के दो और शावकों ने दम तोड़ दिया था।
- 11 जुलाई 2023 को एक और चीते तेजस की मौत हो गई।
- अब 14 जुलाई 2023 को चीते सूरज की मौत हो गई।
नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए चीते
भारत में चीतों की आबादी को फिर से बसाने के लिए 8 चीतों को नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 17 सितंबर को इन्हे विशेष बाड़ों में छोड़ा। इनमें 5 मादा और 3 नर चीते शामिल थे। इस साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते (7 नर और 5 मादा) कूनो नेशनल पार्क में लाए गए थे।
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