
महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। ATS ने रायगढ़ जिले के पनवेल से प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये लोग संगठन पर प्रतिबंध के बावजूद बैठक कर रहे थे। आरोपियों से पूछताछ कर आगे की जांच की जाएगी।
मिली थी बैठक की सूचना
एटीएस के अनुसार गिरफ्तार लोगों में प्रतिबंधित संगठन का एक स्थानीय सदस्य, स्थानीय इकाई का सचिव और दो अन्य कार्यकर्ता शामिल हैं। एटीएस को पनवेल में पीएफआई के दो पदाधिकारियों और कुछ कार्यकर्ताओं की बैठक के बारे में सूचना मिली थी। जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।
किस धारा के तहत किया गिरफ्तार
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया है। बता दें कि, पनवेल मुंबई से करीब 50 किलोमीटर दूर है। पूछताछ के बाद चारों को गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून की धारा 10 के तहत मुंबई में एटीएस की कालाचौकी इकाई में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
संगठन पर क्यों लगाया गया प्रतिबंध
सरकार ने पिछले महीने PFI और उसके कई सहयोगियों पर आतंकी संगठन ISIS के साथ ‘कनेक्शन’ होने के आरोप में पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। पीएफआई से कथित रूप से जुड़े 250 से ज्यादा लोगों को पिछले महीने कई राज्यों में छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया था।
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पीएफआई की उत्पत्ति और विचारधारा
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI 22 नवंबर 2006 को तीन मुस्लिम संगठनों के मिलने से बना था। इनमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट (NDF), कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिता नीति पसरई साथ आए। 16 फरवरी, 2007 को बेंगलुरु में तथाकथित ‘एम्पॉवर इंडिया कॉन्फ्रेंस’ के दौरान एक रैली में पीएफआई के गठन की औपचारिक रूप से घोषणा की गई थी।