
वॉशिंगटन। इंटरनेशल स्पेस स्टेशन पर फंसी भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और और उनके साथी बुच विल्मोर धरती पर कब वापस लौटेंगे इसकी अभी तक तारीख तय नहीं हो सकी है। नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने कहा, फिलहाल वापसी की तारीख की घोषणा करने के लिए तैयार नहीं हैं।
बता दें ये दोनों अंतरिक्ष यात्री बोइंग स्टारलाइनर नाम के एक कॉमर्शियल स्पेसक्राफ्ट पर सवार होकर फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से 5 जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे। उनका मिशन मात्र 10 दिनों का था, लेकिन स्टारलाइनर के खराब होने के कारण वे पिछले 50 दिनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं।
जांच के बाद तय होगी वापसी की डेट
स्टारलाइनर में खराबी आने की वजह से सुनीता और विल्मोर के स्पेश स्टेशन पर प्रवास को 50 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। तमाम प्रयासों के बावजूद अभी तक नासा और बोइंग घर वापसी की तारीख तय नहीं कर पा रहे हैं। नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने 25 जुलाई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा, फिलहाल वापसी की तारीख की घोषणा करने के लिए तैयार नहीं हैं। हम अच्छी प्रगति कर रहे हैं, लेकिन अभी हम स्टारलाइनर को दोबारा धरती पर लाने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। अंतरिक्ष यात्री कब वापस लौटेंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन नासा के अधिकारियों ने पहले कहा है कि अंतरिक्ष यान में अगस्त के मध्य तक कक्षा में रहने के लिए पर्याप्त ईंधन है।
स्टिच ने बताया कि नासा और बोइंग अगले सप्ताह की शुरुआत में अंतरिक्ष यान का परीक्षण कर सकते हैं। इस परीक्षण के बाद यात्रियों की वापसी की तारीख निश्चित की जाएगी।
वापसी को 9 से ज्यादा बार टाला
बता दें कि बुश और सुनीता विलियम्स की वापसी को 9 से ज्यादा बार टाला जा चुका है। बोइंग कैप्सूल में आई खामी के चलते दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी मुश्किल होती जा रही है। NASA का पहला लक्ष्य विलमोर और सुनीता विलियम्स को स्टारलाइनर पर वापस लाना है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह भी स्वीकार किया है कि एजेंसी SpaceX के Dragon कैपसूल को बैकअप ऑप्शन के तौर पर इस्तेमाल करने के बारे में सोच रही है।
नासा ने खामी को किया नजरअंदाज
बता दें कि इससे पहले इसी महीने आई एक रिपोर्ट में पता चला था कि NASA और Boeing दोनों को 5 जून को हुए लॉन्च से पहले ही स्टारलाइन पर हीलियम लीक के बारे में जानकारी थी। इस खामी के बारे में जानकारी मिलने के बावजूद, नासा ने इसे मामूली समझा और फैसला किया कि इससे सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है और लॉन्च को जारी रखा। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से उन्हें वापस 13 जून को आना था, लेकिन बाद में इसे 26 जून के लिए रीशेड्यूल किया गया। लेकिन फिलहाल दोनों की वापसी को टाल दिया गया है। बता दें कि बोइंग के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के लिए यह एक बहुत बड़ी असफलता है।
नासा का दावा- सुरक्षित है अंतरिक्ष यात्री
NASA के अधिकारियों का कहना है कि अंतरिक्ष यात्री अभी स्पेश में पूरी तरह सुरक्षित हैं। इसकी वापसी में इतनी देरी इसलिए की गई है ताकि वैज्ञानिक खराब RCS थ्रस्टर्स पर जितना संभव हो सके उतना डेटा एकत्र कर सकें बोइंग के उपाध्यक्ष और कंपनी के वाणिज्यिक चालक दल कार्यक्रम के प्रबंधक मार्क नैपी ने समाचार सम्मेलन में कहा, “पिछले कई सप्ताह थ्रस्टर और हीलियम की लीकेज को समझने और भविष्य की उड़ानों के लिए इन समस्याओं को कैसे हल किया जाए, इस बारे में वास्तव में उपयोगी रहे हैं।
5 जून को हुआ था लॉन्च
नासा ने इस मिशन को 5 जून को रात 8:22 बजे लॉन्च किया था। फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से ULA के एटलस V रॉकेट से लॉन्च किया गया था। इस मिशन के तहत दोनों अंतरिक्ष यात्री एक हफ्ते तक ISS में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों के साथ समय बिताने वाले थे और कई तकनीकी परीक्षण करने वाले थे। स्पेसक्राफ्ट अगले दिन यानी, 6 जून को रात 11:03 बजे ISS पहुंचा था। इसे रात 9:45 बजे पहुंचना था, लेकिन रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टर में परेशानी आ गई थी।
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