
बॉलीवुड में अपनी अभिनय का जौहर दिखाने वाले जाने-माने एक्टर यशपाल शर्मा मंगलवार को भोपाल में थे। इस दौरान इंटव्यू में उन्होंने कहा कि मैं आने वाले समय में अपने निर्देशन में बनी पहली फिल्म लेकर आऊंगा। इसके लिए मैंने लगभग 18 किताबें पढ़ीं, काफी रिसर्च की और यह कहानी कालीदास ऑफ हरियाणा की है जो आज से सवा सौ साल पुरानी कहानी है। हरियाणा बेस्ड इस कहानी के लिए कईयों ने यहां तक की फिल्म के प्रोड्यूसर तक ने कहा कि तुम इसमें अपने बेटे को ले लो, लेकिन मैं अपने काम के साथ गद्दारी नहीं करना चाहता था। साथ ही यह ठेठ हरियाणवी कहानी है और मेरा बेटा इस रोल में फिट नहीं बैठेगा।
क्षेत्रीय टैलेंट को मिल रहा महत्व : इसके साथ ही अब तो बॉलीवुड की फिल्में भी सिर्फ मुंबई तक ही सीमित नहीं है बल्कि देश के दूरदराज इलाकों में भी शूट हो रही हैं और वहां बड़ी संख्या में ऑडिशन भी होते हैं तो इससे अब लोगों के लिए बॉलीवुड में आने की राह आसान हो गई है। पंचायत, गुल्लक जैसी वेब सीरीज में क्षेत्रीय टैलेंट को ही महत्व दिया गया है।
भोपाल का पोहाज लेबी बेहद पसंद
मेरी पसंदीदा जगह में भोपाल और इंदौर शामिल हैं क्योंकि दोनों ही स्वच्छ और खुली हुई हैं। मैं जब भी भोपाल आता हूं यहां पर पोहाज लेबी जरूर खाता हूं। मैं करीब 20 से 25 दिनों के लिए फिर से यहां आऊंगा। इंडस्ट्री में जो छोटा लग रहा है, वह बहुत बड़ा काम कर जाता है और अब तो ओटीटी के आने से छोटे- बड़े का कोई फर्क रह ही नहीं गया है यदि आपके अंदर टैलेंट है तो आप सोशल मीडिया के जरिए प्रदर्शित कर सकते हैं।