
उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक परिवार ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। पति-पत्नी और बेटे का कहना है कि, नीलगंगा थाने के टीआई और अन्य स्टाफ ने उनके साथ मारपीट की। बताया गया कि मारपीट में पत्नी का पैर फ्रैक्चर हो गया। इसके अलावा पति और बेटे को भी चोटें आईं। तीनों रात में ही इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। वहीं टीआई ने किसी भी तरह की मारपीट से इनकार किया है।
क्यों पहुंचे थे थाने
जानकारी के मुताबिक, घटना शुक्रवार (30 अगस्त) शाम की है। नीलगंगा इलाके के कवेलू फैक्ट्री में रहने वाले धर्मेंद्र प्रजापति बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का काम करते हैं। धर्मेंद्र का अपने अकाउंटेंट विक्की से विवाद चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार दोपहर 3 बजे धर्मेंद्र प्रजापति, उनकी पत्नी हंसा प्रजापति और बेटे गौरव प्रजापति को थाने बुलाया। बताया जा रहा है कि, नीलगंगा थाने के टीआई विवेक कनोडिया ने धर्मेंद्र, उनकी पत्नी और बेटे को थाने के पूछताछ कक्ष में बुलाया और उनसे बातचीत की। इस दौरान विवाद की स्थिति बन गई।
धर्मेंद्र के कान से निकला खून, पत्नी का पैर फ्रैक्चर
अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे धर्मेंद्र ने आरोप लगाया कि, जब टीआई विवेक कनोड़िया थाने आए तो वे हमें पीछे वाले हॉल में ले गए। उन्होंने मेरी पत्नी और बेटे गौरव को भी वहां बुला लिया। वे मुझे गाली दे रहे थे। मेरी पत्नी ने उन्हें ऐसा करने से रोका। इस पर उन्होंने मुझे, मेरे बेटे और मेरी पत्नी की पिटाई कर दी।
धर्मेंद्र ने आरोप लगाया कि, तभी थाने के दूसरे कर्मचारी भी आ गए। उन्होंने भी हम तीनों को पीटा। थाने में CCTV कैमरे लगे हैं, आप फुटेज देख सकते हैं। उन्होंने मुझे इतना पीटा कि मेरे कान से खून बहने लगा। मेरे बेटे के हाथ में भी चोट आई। मेरी पत्नी का पैर फ्रैक्चर हो गया।
टीआई ने किसी भी तरह की मारपीट से किया इनकार
टीआई विवेक कनोड़िया ने बताया कि, धर्मेंद्र और उसके अकाउंटेंट विक्की प्रजापति के बीच कई सालों से विवाद चल रहा है। 24 अगस्त को विक्की प्रजापति की पत्नी ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया था कि, धर्मेंद्र विक्की को 75 हजार रुपए देकर काम करने के लिए मजबूर करता है। वह उसे घर से ले गया था। धर्मेंद्र अभद्र व्यवहार कर रहा था। 2018 में भी उसके खिलाफ 354 के तहत रिपोर्ट दर्ज हुई थी, तब उसने विक्की को कार में बैठाया और उस पर पिस्तौल तानकर काम करने के लिए मजबूर किया था।
इस संबंध में जब धर्मेंद्र, उसकी पत्नी हंसा और बेटे गौरव से पूछताछ की जा रही थी, तो धर्मेंद्र की पत्नी चिल्लाने लगी। उसे बाहर निकाला गया। इसके बाद पति से पूछताछ की गई और फिर छोड़ दिया गया। टीआई ने कहा- घटना थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। किसी तरह की मारपीट नहीं हुई। टीआई कनोडिया ने बताया कि धर्मेंद्र पर पहले से चार केस दर्ज हैं।
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