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अमेरिका का बड़ा आरोप, चीन के हैकर्स ने ट्रेजरी डिपार्टमेंट को किया हैक, चोरी किए कुछ अनक्लासिफाइड डाक्यूमेंट्स

चीन ने अमेरिका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट को हैक कर लिया है। इसके साथ एम्प्लोयी वर्कस्टेशन और कुछ गैर-गोपनीय डाक्यूमेंट्स तक भी अपनी पहुंच बना ली है। यह हैकिंग दिसंबर की शुरुआत में हुई थी, और वित्त विभाग ने सांसदों को भेजे गए एक पत्र के माध्यम से इसे पब्लिक किया। US एजेंसी ने इसे एक बड़ा ‘साइबर अटैक’ बताया। साथ ही इस मामले की जांच भी की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ वॉशिंगटन डीसी में स्थित चीन एम्बेसी ने इसे एक मानहानि ‘smear attack’ का आरोप करार दिया है। 

थर्ड पार्टी की मदद से ट्रेजरी डिपार्टमेंट को किया हैक 

ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने संसद को लिखे पत्र में बताया कि चीन के हैकर्स ने सिक्योरिटी को एक के की (key) के जरिए तोड़ दिया, जो किसी थर्ड पार्टी प्रदाता द्वारा इस्तेमाल की जाती थी। इस थर्ड-पार्टी का नाम बियॉन्ड ट्रस्ट है, जिसे अब बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह पता चले कि हैकर इसके बाद ट्रेजरी डिपार्टमेंट की जानकारी तक पहुंच बना पाया है। 

डेटा की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी अमेरिका 

FBI के साथ साइबर सिक्योरिटी एजेंसियां और अन्य विशेषज्ञ, ट्रेजरी डिपार्टमेंट के इस मामले का आकलन कर रहे हैं। शुरुआती जांच के अनुसार, यह हमला “चीन के एडवांस्ड परसिस्टेंट थ्रेट (APT) समूह” ने किया है। अधिकारियों ने बताया कि बियॉन्ड ट्रस्ट को 2 दिसंबर को हैकिंग के बारे में पता चला, लेकिन यह समझने में तीन दिन लग गए कि यह एक साइबर अटैक है।

अधिकारियों ने बताया कि हैकर ने दूर से कई कर्मचारियों के कंप्यूटर और कुछ गैर-गोपनीय डाक्यूमेंट्स तक पहुंच बनाई। हालांकि विभाग ने यह नहीं बताया कि ये डाक्यूमेंट्स कितने महत्वपूर्ण थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि हैकर जानकारी इकट्ठा करने या ट्रेजरी की चोरी के लिए ये साइबर अटैक कर रहे हैं। ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने कहा कि वह अपने डेटा की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। सांसदों को इस मामले पर 30 दिनों के भीतर एक और रिपोर्ट दी जाएगी।

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