
कटनी। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला लगातार जारी है। इसी बीच कटनी (Katni) में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। जबलपुर लोकायुक्त (Jabalpur Lokayukta) की टीम ने गुरुवार को एडीएम कार्यालय में पदस्थ रीडर को 5 हजार रुपए की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपी ने जमीन संबंधी प्रकरण के निराकरण करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी।
बता दें कि दो दिन पहले (मंगलवार को) जिला अस्पताल में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. पीडी सोनी को 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था।
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के मुताबिक, कटनी जिले के एडीएम कार्यालय में पदस्थ रीडर दिनेश खरे ने बरही निवासी रोहणी प्रसाद पटेल से जमीन संबंधी काम को लेकर रिश्वत की मांग की थी। बाद में 10 हजार में सौदा तय हुआ। आवेदक ने जबलपुर लोकायुक्त को शिकायती आवेदन दिया, जिसमें बताया कि रोहणी प्रसाद की पत्नी उमा देवी ने एक एकड़ जमीन खरीदी थी। जिसकी चारों ओर की सीमा नक्शा के विरुद्ध थी। इसका निराकरण करने के लिए रीडर ने 5 हजार रुपए की मांग की थी। आवेदक ने इसकी शिकायत जबलपुर लोकायुक्त में कर दी।
रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा
जबलपुर लोकायुक्त ने रणनीति बनाते हुए गुरुवार को ट्रैप करने की योजना बनाई। इसके बाद लोकायुक्त टीम कलेक्ट्रेट पहुंची, यहां एडीएम रोमोनुस टोप्पो के रीडर दिनेश खरे को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। आरोपी ने रुपए सह आरोपी गणेशन पिल्लई चपरासी को दिलवा दिया था। दोनों को मौके पर पकड़कर रिश्वत की राशि बरामद कर ली है।
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम की धारा के तहत कार्रवाई की गई। ट्रैप दल में उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरबड़े, निरीक्षक रेखा प्रजापति, स्वप्निल दास एवं ट्रैप दल के अन्य सदस्य शामिल रहे।
ये भी पढ़ें: Katni News : डॉक्टर को 15 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा, दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनाने के एवज में मांगे थे रुपए
डॉक्टर रिश्वत लेते पकड़ा
इससे पहले मंगलवार को कटनी जिला अस्पताल में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. पीडी सोनी को 15 हजार की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों पकड़ा था। आरोपी ने 40% दिव्यांगता के प्रमाण-पत्र के लिए शंकर से 40 हजार रुपए की मांगे थे। आरोपी डॉ. सोनी को निजी क्लीनिक में रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।