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तीन बार उम्र कैद पा चुके सीरियल किलर को हाईकोर्ट ने किया रिहा, 23 से ज्यादा हत्या और लूट के मामले थे दर्ज

इंदौर। लगभग 13 साल पहले 5 फरवरी 2010 को डायमंड कॉलोनी में ज्वेलरी एजेंट की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।आरोपी को उम्र कैद की सजा सुनाई गई। जिस दिन आरोपी को यह सजा सुनाई थी, उससे पहले एक मामले में उसे ग्वालियर में उम्र कैद हो चुकी थी। सारी सजाओं के हिसाब से आरोपी को अलग-अलग जुर्म में तीन बार उम्र कैद की सजा सुनाई गई। लेकिन, हत्या का आरोपी कुख्यात सीरियल किलर सरमन शिवहरे, पिता महेश शिवहरे निवासी पन्ना को हाईकोर्ट ने बरी कर दिया। उस पर इंदौर समेत प्रदेश के अन्य शहरों में लूट और हत्या के 23 मामले दर्ज हैं। जिनमें 10 तो हत्या के प्रकरण हैं। कोर्ट द्वारा कहा गया कि आरोपी का मजबूत अपराधिक इतिहास है, लेकिन जहां तक इस केस में उसको आरोपी करार देने की बात है, उसके खुद के बयान को छोड़कर आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। जिसके बाद जस्टिस विवेक रूसिया और जस्टिस अनिल वर्मा की डिवीजन बेंच ने उसे बरी कर दिया।

आरोपी का खूनी सफर, पुलिस वाले को भी नही छोड़ा

पन्ना जिले का रहने वाला सरमन शिवहरे जो की एक सीरियल किलर के नाम से पूरे प्रदेश में मशहूर हो गया था। सरमन ने पहली हत्या पन्ना के ही एक ट्रेडर की थी। आरोपी ने उससे 5 लाख रुपए लूटकर उसे मार दिया था। जिस दौरान उसने एक बड़ी गलती कर दी थी। सरमन ने जब ट्रेडर पर फायरिंग की तो वो गोली उसकी पत्नी पर जा लगी। पत्नी को घायल देख ट्रेडर राम दत्त सोनी हमलावर पर कूद गया और सरमन को पकड़ लिया। पुलिस ने जब सरमन को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो हैरानी हुई कि उसने यह सारे अपराध अकेले ही किए। वह किसी और के लिए काम नहीं करता है। सरमन शिवहरे का खौफ पूरे मध्य प्रदेश में था। उसने ट्रेडर्स, प्रोफेशनल्स, मेडिकोस, यहां तक की पुलिस वाले की भी हत्या की थी।

मंदिर की पेटी से सिक्के चुराता था

सीरियल किलर सरमन शिवहरे (29) मध्यमवर्गीय परिवार से था। वह पहले इंजीनियर बनाना चाहता था, लेकिन जल्द रुपए और अमीर बनने की चाह में सरमन ने पहली बार मंदिर की दान पेटी में से सिक्के चुराने शुरू किए। वह डॉन की तरह बनना चाहता था। उसने सबसे पहले अपने जिले से ही लूटपात करना शुरू की। सरमन ने उससे 5 लाख रुपए लूटकर हत्या कर दी। जिसके बाद उसने दो साल में 2 हत्याएं कर दी और सीरियल किलर के रूप में मशहूर हो गया।
सरमन ने 5 फरवरी 2010 को डायमंड कॉलोनी (जंजीरावाला चौराहा के पास) में ज्वेलरी एजेंट कुलदीप पिता नरेंद्र जैन (35) निवासी कॉलानी नगर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी और उसका बैग लेकर फरार हो गया था। जिसके बाद आरोपी एक के बाद एक खून करता रहा और 6 जुलाई, 2011 को हाईकोर्ट जज की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात हेड कांस्टेबल शिवकांत तिवारी की हत्या कर दी। सरमन ने उन्हें गोली मारी और उनकी 9 एमएम की पिस्टल लेकर भाग गया था।

23 से अधिक हत्या एवं लूट की वारदात कबूली

जब सरमन पकड़ा गया तो उसने इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, पन्ना और सतना में 23 से अधिक हत्या एवं लूट की वारदात करना कबूल किया था।

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