
सोमवार को श्रीनगर की जनता उस वक्त हैरान रह गई जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंच पर लगा बुलेट प्रूफ प्रोटेक्शन हटाने के लिए कहा। उन्होंने प्रोटेक्शन हटने के साथ कहा कि अब कश्मीर के लोगों को भी अपने दिल से डर निकाल देना चाहिए। शाह यहां सिविल सोसाइट के लोगों को संबोधित कर रहे थे।
सबको मिलेगा बराबरी का अधिकार
शनिवार को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे अमित शाह का यहां तीसरा और आखिरी दिन था। उन्होंने श्रीनगर में सिविल सोसाइटी के सदस्यों से कहा कि 70 साल बाद अब यहां के युवाओं को उनका बराबरी का अधिकार मिलेगा। शाह ने कहा कि फारूक साहब ने भारत को पाकिस्तान से बात करने की सलाह दी पर मैं घाटी के युवाओं से बात करना चाहता हूं। मैंने घाटी के युवाओं के सामने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है।

3 परिवार विकास नहीं होने देना चाहते
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कहते थे कि धारा 370 हटने के बाद घाटी के लोगों की जमीन छीन ली जाएगी ये 3 परिवार सिर्फ अपनी सत्ता व भ्रष्टाचार के लिए विकास को बांधे रखना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा, इनका दर्द है कि इनकी सिफारिश के बिना कश्मीर के युवाओं को नौकरी न मिले। मैं कहना चाहता हूं जनाब, अब ऐसे ही होगा।
जो लोग कहते थे कि धारा 370 हटने के बाद घाटी के लोगों की जमीन छीन ली जाएगी…ये 3 परिवार सिर्फ अपनी सत्ता व भ्रष्टाचार हेतु विकास को बांध कर रखना चाहते हैं।
इनका दर्द है कि इनकी सिफारिश के बिना कश्मीर के युवा को नौकरी कैसे मिल सकती है…मैं कहना चाहता हूँ कि जनाब अब ऐसे ही होगा। pic.twitter.com/5GljPgvkuQ
— Amit Shah (@AmitShah) October 25, 2021
इंटेलिजेंस एजेंसियों से मांगा था जवाब
इससे पहले अमित शाह ने शनिवार को राजभवन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई लेवल मीटिंग ली थी। यहां उन्होंने इंटेलिजेंस एजेंसियों से आतंकवाद और कट्टरता पर जवाब भी मांगा।
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घाटी के हालातों को लेकर सख्त हुए शाह
बता दें कि अमित शाह लगभग 2 साल बाद जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आए। इसके पहले वे आर्टिकल 370 रद्द होने के बाद यहां आए थे। घाटी की वर्तमान परिस्थितयों को लेकर शाह काफी सख्त हैं। पिछले दिनों हुए आतंकी हमलों और गैर कश्मीरियों पर हुए हमलों को लेकर उन्हाेंने सुरक्षा एजेंसियों से गंभीर चर्चा की।