
पटना शहर में हुए चर्चित कारोबारी हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। गोपाल खेमका की हत्या एक रियल एस्टेट कारोबारी अशोक साह ने कराई थी। दोनों के बीच लंबे समय से कारोबारी विवाद चल रहा था, जिसका अंत इस जघन्य हत्या के रूप में सामने आई। पुलिस ने इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता अशोक साह और शूटर उमेश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि शूटर को हथियार सप्लाई करने वाला विकास उर्फ राजा एक मुठभेड़ में मारा गया।
बिल्डर और कारोबारी के बीच चल रहा था विवाद
गोपाल खेमका पटना के प्रतिष्ठित कारोबारियों में से एक थे। उनकी हत्या की साजिश उनके पुराने कारोबारी साथी और बिल्डर अशोक साह ने रची। दोनों के बीच आर्थिक लेन-देन और प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था, जो इस हद तक बढ़ गया कि अशोक ने पेशेवर शूटर को सुपारी दे दी। पुलिस के मुताबिक अशोक ने शूटर उमेश को एक लाख रुपए एडवांस दिए थे, जबकि कुल सौदा इससे कहीं अधिक रकम में तय हुआ था।
घर के बाहर मारी गई थी गोली
4 जुलाई की सुबह जब गोपाल खेमका अपने घर के बाहर निकले, तभी पहले से घात लगाए शूटर उमेश ने उन्हें गोली मार दी। खेमका की मौके पर ही मौत हो गई। उमेश लंबे समय से फरार था और दिल्ली में विजय के नाम से छिपकर रह रहा था। पुलिस को जब उसके बारे में पुख्ता जानकारी मिली तो उसे मालसलामी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उमेश ने जुर्म कबूल कर लिया और हत्या की सुपारी की जानकारी दी।
एनकाउंटर में ढेर हुआ गन सप्लायर विकास उर्फ राजा
उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने हथियार सप्लाई करने वाले विकास उर्फ राजा की तलाश शुरू की। मंगलवार तड़के 4 बजे पटना सिटी के मालसलामी इलाके में पुलिस की विकास से मुठभेड़ हो गई। पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश में विकास को जवाबी कार्रवाई में गोली लगी और वह मारा गया। घटनास्थल से पुलिस ने एक पिस्टल, कारतूस और खोखा बरामद किया है। विकास का आपराधिक इतिहास रहा है, वह कई हत्याओं और आपराधिक मामलों में वांछित था।
अशोक साह को कुख्यात अपराधियों से जुड़े फ्लैट से किया गया गिरफ्तार
मुख्य आरोपी अशोक साह को पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र के उदयगिरि अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 601 से गिरफ्तार किया। यह वही फ्लैट है जहां पहले कुख्यात अपराधी अशोक सम्राट और बृजबिहारी के सहयोगी रत्नेश्वर साह भी रहा करते थे। पुलिस को फ्लैट से तीन लाख रुपए नकद भी मिले हैं। STF और SIT की संयुक्त छापेमारी में फ्लैट से तीन अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
हत्या में इस्तेमाल बाइक, हथियार और नकदी बरामद
गिरफ्तार उमेश के पास से पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई बाइक, एक पिस्टल, 80 कारतूस, दो मोबाइल और एक लाख रुपए नकद बरामद किए हैं। इसके अलावा गंगा किनारे से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने पटना जंक्शन से एक अन्य संदिग्ध को भी हिरासत में लिया है जो मामले से जुड़ा बताया जा रहा है।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए पटना सिटी SDPO-2, SP और SSP खुद घटनास्थल पर पहुंचे। मृतक विकास का शव पोस्टमॉर्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भेजा गया है। पुलिस अभी इस हत्याकांड से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है। माना जा रहा है कि इस साजिश में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। मामले में SIT को जांच सौंपी गई है जो सभी कोणों से इस हत्या की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।