क्रिकेटखेल

टी-20 वर्ल्डकप: 2007 में हुई थी इसकी शुरुआत, अब तक 6 बार हुआ है आयोजन; जानें कब कौन सी टीम रही विजेता

नई दिल्ली। यूएई और ओमान में आज से टी-20 विश्वकप का आगाज हो रहा है। पहला मुकाबला ओमान और पापुआ न्यू गिनी के बीच खेला जाएगा। वहीं आज दूसरा मैच बांग्लादेश और स्कॉटलैंड के बीच होगा। भारत समेत दुनिया की टॉप 8 टीमें पहले ही सुपर 12 के लिए रैंकिंग के आधार पर क्वॉलिफाई कर चुकी हैं। जबकि चार अन्य टीमों का फैसला आज से शुरू होने जा रहे क्वॉलिफायर राउंड से होगा।

2005 में हुई टी-20 फॉर्मेट की शुरुआत

टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत 2007 में की गई थी। जबकि टी-20 क्रिकेट फ़ॉर्मेट की बात करें तो 2005 में क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप की शुरुआत हुई थी। 2005 में टी-20 का पहला मैच खेला गया था। पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 17 फरवरी 2005 को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच में ऑकलैंड के अंदर खेला गया था।

2007 में खेला गया पहला टी-20 वर्ल्डकप

2007 में पहले टी-20 विश्व कप का आयोजन हुआ था, उसके बाद अभी तक छह बार टी-20 विश्व कप हुए हैं। वेस्टइंडीज की टीम ने सबसे अधिक 2 बार टी-20 वर्ल्ड कप जीता है। वहीं भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड और श्रीलंका ने एक-एक बार यह टूर्नामेंट जीता है। भारतीय क्रिकेट टीम ने 2007 में सबसे पहले टी-20 वर्ल्ड को अपने नाम किया था। ऑस्ट्रेलिया की टीम अभी तक एक भी बार भी टी-20 वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई है।

कहां-कहां पर हुआ आयोजन

दक्षिण अफ्रीका में 2007 में टी-20 विश्वकप, इंग्लैंड में 2009 का टी-20 विश्वकप, वेस्टइंडीज में 2010, श्रीलंका में 2012, बांग्लादेश में 2014 और भारत में 2016 में टी-20 विश्व कप आयोजन हुआ है। इस साल टी-20 वर्ल्डकप का आयोजन यूएई और ओमान में हो रहा है।

किस साल किस टीम ने जीता टी-20 वर्ल्डकप

1- 2007 में भारत ने जीता

2007 में पहले टी-20 विश्वकप का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। भारतीय टीम ने आईसीसी टी-20 विश्वकप टूर्नामेंट का पहला सीजन धोनी की कप्तानी में अपने नाम किया था। साउथ अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 5 रन से हराकर खिताब जीता था। इस रोमांचक मुकाबले का फैसला मैच की आखिरी गेंद पर हुआ था। जोगिंदर शर्मा ने आखिरी ओवर फेंका था। टीम इंडिया विश्वकप के बड़े टूर्नामेंट में बिना हेड कोच की खेलती हुई नजर आई थी।

इस मैच में गौतम गंभीर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 75 रन जड़े थे। वहीं इरफान पठान ने 16 रन देकर 3 विकेट झटके थे। इरफान को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया था। पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने इस टूर्नामेंट में 91 रन बनाए थे और 12 विकेट निकाले थे। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।

2- 2009 में पाकिस्तान जीता

2009 में दूसरा टी-20 वर्ल्ड कप इंग्लैंड में हुआ था। पहले वर्ल्ड कप में रनरअप रही पाकिस्तान की टीम यूनुस खान की कप्तानी में दूसरे वर्ल्डकप में चैंपियन बनी थी। 2009 में पाकिस्तान ने लॉर्ड्स के मैदान पर श्रीलंका को हराकर पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। इस खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान ने श्रीलंका को 9 विकेट से हराया था।

इस टूर्नामेंट में श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलसान ने कमाल की बल्लेबाजी की थी। उन्होंने 317 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था। वहीं फाइनल में नाबाद 54 रन बनाने वाले शाहिद अफरीदी प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। अफरीदी ने इस मैच में एक विकेट भी लिया था।

3- 2010 में इंग्लैंड जीता

2010 में तीसरा टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन वेस्टइंडीज में हुआ था। इस बार इंग्लैंड ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर टी-20 वर्ल्ड कप जीता था। पॉल कॉलिंवुड की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम ने मजबूत ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराया था। ये इंग्लैंड का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में पहला आईसीसी खिताब था।

फाइनल मैच में इंग्लैंड के विकेटकीपर क्रैग कीसवेटर ने 63 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी और प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। वहीं इंग्लैंड के ही केविन पीटरसन ने 248 रन बनाए थे। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिया गया था।

4- 2012 में वेस्टइंडीज जीता

2012 में चौथा टी-20 वर्ल्ड कप श्रीलंका में आयोजित किया गया था। डैरेन सैमी की कप्तानी में वेस्टइंडीज की टीम ने पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप जीता था। खराब शुरुआत के बावजूद कैरिबियाई टीम खिताब में जीतने में कामयाब रही। सेमीफाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी, वहीं फाइनल में श्रीलंका को 36 रन हराकर कप अपने नाम किया।

कैरिबियाई टीम के लिए मार्लन सैमुअल्स ने 78 रन बनाए थे और एक विकेट भी लिया था। इस प्रदर्शन की बदौलत उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। वहीं ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉटसन ने इस टूर्नामेंट में 249 रन बनाए थे और 11 विकेट लिए थे। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।

5- 2014 में श्रीलंका जीता

2014 में 5वें टी-20 विश्व कप का आयोजन बांग्लादेश में हुआ था। मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खिताबी मुकाबले में श्रीलंका के सामने भारत थी। श्रीलंका वैश्विक टूर्नमेंट के चार फाइनल हार चुकी थी। कुमार संगाकारा की कप्तानी में टीम के पास यह आखिरी मौका था। भारत की टीम ने श्रीलंका को केवल 131 रनों का लक्ष्य दिया जिसे संगाकारा की टोली ने आसानी से हासिल कर 6 विकेट से विश्वकप जीत लिया।

श्रीलंका के लिए कुमार संगकारा ने 35 गेंदों में बेहतरीन 52 रन बनाए थे और प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। वहीं भारत के विराट कोहली ने इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 319 रन बनाए थे और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था। इस मैच में मलिंगा समेत सभी श्रीलंकाई गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में बहुत ही शानदार गेंदबाजी की थी।

6- 2016 में दूसरी बार जीता वेस्टइंडीज

2016 में 6वें टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन भारत में हुआ था। कोलकाता के ईडन गार्डंस मैदान वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की टीमों के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया था। वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को फाइनल में हराया था। अभी तक वेस्टइंडीज की टीम ने दो बार टी-20 वर्ल्ड कप जीता है। फाइनल मुकाबले में एक बार फिर मार्लन सैमुअल्स ने वेस्टइंडीज की नैया पार लगाई। उन्होंने नाबाद 85 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द मैच बने थे।

वहीं भारत के विराट कोहली ने इस टूर्नामेंट में 273 रन बनाए थे और एक विकेट लिया था। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। हालांकि यह टूर्नामेंट और इसका फाइनल मैच कार्लोस ब्रैथवेट के चार छक्कों के लिए ज्यादा याद किया जाता है।

संबंधित खबरें...

Back to top button