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जालंधर से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह का निधन, राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे थे… तभी आया हार्ट अटैक; रोकी गई यात्रा

पंजाब में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जालंधर से कांग्रेस सांसद चौधरी संतोख सिंह का निधन हो गया।  यात्रा में राहुल गांधी के साथ चलने के दौरान अचानक उनकी धड़कन तेज होने लगी और तबियत बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें फगवाड़ा के विर्क अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया। इसके बाद यात्रा रोक दी गई। डॉक्टरों के मुताबिक, उन्हें हार्ट अटैक आया था।

यात्रा आज के लिए स्थगित

सांसद संतोख चौधरी के निधन के बाद राहुल गांधी ने फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा रोक दी है। भारत जोड़ो यात्रा को आज के लिए स्थगित कर दिया गया है। यात्रा आज सुबह 7 बजे लुधियाना के लोडोवाल से शुरू हुई थी। यात्रा को सुबह 10 बजे जालंधर के गोराया में पहुंचना था, जहां लंच के लिए यात्रा में विराम होता। उससे पहले ही सुबह करीब 8.45 बजे सांसद संतोख चौधरी की तबियत बिगड़ गई। चौधरी संतोख सिंह 76 साल के थे। राहुल गांधी समेत तमाम नेता सांसद के घर के लिए रवाना हो गए हैं।

कौन थे चौधरी संतोख सिंह

संतोख सिंह चौधरी पंजाब के जालंधर एससी सीट से कांग्रेस सांसद थे। वे जालंधर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर 2014 और 2019 में चुनाव जीते थे। उन्होंने बीए, एलएलबी की डिग्री हासिल की थी।

7 सितंबर से शुरू हुई यात्रा… 30 जनवरी को समापन

‘भारत जोड़ो यात्रा’ 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और 30 जनवरी को श्रीनगर में यात्रा का समापन होगा। कश्मीर के लालचौक पर राहुल गांधी तिरंगा फहराकर यात्रा का समापन करेंगे। कांग्रेस की 3750 किमी की यह यात्रा 12 राज्यों से गुजरेगी। यह दक्षिण में कन्याकुमारी से उत्तर में कश्मीर तक 3,750 किमी का सफर पूरा करेगी। इस यात्रा में राहुल गांधी बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।

भारत जोड़ो यात्रा के समापन को कांग्रेस विपक्षी एकता की ताकत दिखाना चाहती है, जिसके लिए समान विचारधारा वाले 21 दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया है। हालांकि केसीआर से लेकर अरविंद केजरीवाल, एचडी देवगौड़ा और ओवैसी जैसे करीब 8 राजनीतिक दलों के नेताओं को नहीं बुलाया गया है।

हाथ से हाथ जोड़ो अभियान

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि, 26 जनवरी से 26 मार्च तक हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाया जाएगा। जो भारत जोड़ो का संदेशा हर बूथ और ब्लॉक में पहुंचाएगा। इसमें गांव-गांव में घर-घर संपर्क किया जाएगा। भारत जोड़ो यात्रा चुनावी यात्रा नहीं विचारधारा आधारित यात्रा है। पदयात्रा में इस भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्य के बारे में जानकारी देने के साथ केंद्र व राज्य सरकार की असफलताएं बताई जाएगी।

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