
गरियाबंद। जिले के सड़क परसुली वन परिक्षेत्र के हरदी जंगल में गुरुवार तड़के अतिक्रमण हटाने पहुंचे वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला किया गया। अतिक्रमणकारियों ने डिप्टी रेंजर अशोक सिन्हा सहित पांच वन कर्मियों को टंगिया और डंडों से पीटने के बाद उन्हें करीब दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। इस गंभीर घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी कर्मचारियों को सुरक्षित रिहा कराया।
अतिक्रमण हटाने की चल रही थी कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, वन विभाग को सोहागपुर बिट के हरदी जंगल में जेसीबी मशीन से अवैध अतिक्रमण की सूचना मिली थी। इस पर डिप्टी रेंजर अशोक सिन्हा के नेतृत्व में एक टीम तड़के करीब 4 बजे मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंची। जैसे ही टीम ने अतिक्रमण हटाने की कोशिश शुरू की, अतिक्रमणकारियों ने महिलाओं को आगे कर पहले अवरोध पैदा किया और फिर टंगिया, डंडे व अन्य हथियारों से वनकर्मियों पर हमला कर दिया।
2 घंटे तक बंधक बनाए रखा
रेंजर दुर्गा प्रसाद दीक्षित ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि ऐसी हिंसक प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी। कर्मचारियों को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा गया। वन कर्मियों के परिजनों ने तुरंत कोतवाली पुलिस को सूचना दी, जिस पर थाना प्रभारी ओमप्रकाश यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सुबह 5 बजे सभी कर्मचारियों को मुक्त कराया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। यह घटना न केवल वन विभाग के कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है, बल्कि जंगलों में बढ़ते अतिक्रमण और उससे जुड़े अपराधों की गंभीरता को भी उजागर करती है।