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शेयर बाजार का ब्लैक फ्राइडे: जबरदस्त गिरावट के साथ खुला मार्केट, आखिर क्या है इसकी वजह?

ग्लोबल मार्केट में गिरावट का असर घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन पर भी देखने को मिला। सेंसेक्स और निफ्टी हफ्ते के पांचवें कारोबारी दिन शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली। दरअसल, दशकों के उच्च स्तर पर पहुंची महंगाई को काबू करने के लिए दुनिया भर के सेंट्रल बैंक आक्रामक तरीके से ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान शेयर बाजार को उठाना पड़ रहा है।

अमेरिकी बाजारों में 2020 के बाद भारी गिरावट

फेड बैंक ने कल ब्याज दरें बढ़ाई हैं, जिसका असर अमेरिकी बाजार में देखने को मिला। अमेरिकी बाजार में गुरुवार को 2020 के बाद से सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट आई। डाउ जोन्स 1000 पॉइंट से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ, नैस्डैक लगभग 650 अंक गिरा और एसएंडपी 500 में 150 पॉइंट से ज्यादा की गिरावट रही।

1643 शेयर में बिकवाली का दौर

आज सेंसेक्स 773.94 पॉइंट (1.39%) की गिरावट के साथ 54,928 पर खुला, जबकि निफ्टी 277 (1.66%) अंक फिसलकर 16,405 पर खुला।

शुक्रवार के ट्रेडिंग सेशन में 387 शेयरों में खरीदारी और 1643 शेयर में बिकवाली देखने को मिली। 78 स्टॉक में किसी तरह का बदलाव देखने को नहीं मिला। निफ्टी के टॉप लूजर्स की बात करें तो Apollo Hospitals, Hindalco Industries, Bajaj Finserv, Bajaj Finance और HCL Tech हैं। वहीं टॉप गेनर्स में सिर्फ M&M है।

क्यों आई बाजार में गिरावट?

भारत के साथ ही महंगाई से परेशान अमेरिका को भी अपनी नीतिगत ब्याज दरों में बड़ी बढ़ोतरी करनी पड़ी। इसी का असर भारतीय और अमेरिकी शेयर बाजारों में देखने को मिल रहा है। अगस्त 2018 के बाद पहली बार भारत में ब्याज दरों में बदलाव किया गया है। अभी तक रेपो रेट 4 फीसदी के ऐतिहासिक निचले स्तर पर था, लेकिन अब यह बढ़कर 4.40 फीसदी हो गया है। इसके बाद अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने पॉलिसी रेट को 0.50 फीसदी बढ़ा दिया। बैंक ऑफ जापान, बैंक ऑफ इंग्लैंड समेत तमाम सेंट्रल बैंक महंगाई के कारण रेट बढ़ा रहे हैं। इसके चलते इन्वेस्टर्स लगातार बिकवाली कर रहे हैं।

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बुधवार को बुरी तरह टूटा था बाजार

बुधवार को भी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी और निवेशकों को एक झटके में 6.27 लाख करोड़ रुपए का चूना लग गया था। गौरतलब है कि बुधवार को शेयर बाजार ने मामूली बढ़त के साथ कारोबार शुरू किया, लेकिन अचानक बुलाई गई आरबीआई की बैठक और इसमें रेपो दरों को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने के फैसले के बाद एकदम से बाजार में भूचाल आ गया और 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1306 अंक या 2.29 फीसदी गिरकर 55,669 के स्तर पर बंद हुआ था।

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