
विकास शुक्ला । मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव (CS) को लेकर पिछले चार दिनों से चल रहे कयासों पर बुधवार को विराम लग गया। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलते ही इकबाल सिंह बैंस को 6 महीने की सेवावृद्धि (एक्सटेंशन) मिल गई। अब इकबाल 31 मई तक मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव (Madhya Pradesh CS) रहेंगे। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलते ही इकबाल मप्र के चौथे मुख्य सचिव हो गए हैं, जिन्हें इस पद पर रहते हुए एक्सटेंशन मिला। इससे पहले शिवराज सिंह सरकार ने तत्कालीन मुख्य सचिव बीपी सिंह और आर परशुराम को 6-6 माह का एक्सटेंशन दिया था।
पहले इन मुख्यसचिवों को मिला एक्सटेंशन
मप्र में मुख्यसचिव को एक्सटेंशन देने की शुरुआत शिवराज के राजनीतिक गुरु सुंदरलाल पटवा ने की थी। उन्होंने 1958 बैच के आरपी कपूर को 6 माह का एक्सटेंशन दिया था। दिवंगत कपूर का कार्यकाल मार्च 1991 में समाप्त होना था, लेकिन वे 22 सितंबर 1991 तक मप्र के मुख्यसचिव रहे।
1985 बैच के IAS, खंडवा जिले में हुई थी पहली पोस्टिंग
इकबाल सिंह बैंस 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। आईएएस अफसर बनने के बाद मप्र में उनकी पहली पोस्टिंग सहायक कलेक्टर खंडवा के रूप में हुई थी। वे भोपाल, गुना, खंडवा, सीहोर जैसे जिलों में कलेक्टर भी रहे। बैंस विमानन, कृषि, आबकारी आयुक्त पंचायत एवं ग्रामीण विकास जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों में काम कर चुके हैं। वह प्रशासनिक कामकाज में कसावट लाने के बाद साथ ही वे बेहद सख्त अफसर के तौर पर पहचाने जाते हैं।
भारत सरकार में भी संयुक्त सचिव रहे
मुख्य सचिव बनाए जाने से पहले इकबाल सिंह बैंस राजस्व मंडल ग्वालियर के अध्यक्ष थे। इसके अलावा वे मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव और प्रमुख सचिव रह चुके हैं। 2013 में वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए थे और भारत सरकार में संयुक्त सचिव रहे, लेकिन अगस्त 2014 में उन्हें सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वापस बुला लिया।
पीपुल्स समाचार ने 22 नवंबर को दी थी जानकारी

इकबाल 30 नवंबर यानी आज ही रिटायर हो रहे थे। उनके एक्सटेंशन की सुगबुगाहट तो थी, लेकिन 29 नवंबर तक कोई आदेश जारी नहीं हुआ। इसके बाद उनके रिटायरमेंट की संभावनाएं बढ़ गई थीं। हालांकि, पीपुल्स समाचार ने 22 नवंबर के अंक में ही बता दिया था कि शिवराज सरकार ने उनके एक्सटेंशन की तैयारी की है। सिर्फ केंद्र की मंजूरी का इंतजार है।
MP के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस का कार्यकाल बढ़ाया, 31 मई 2023 तक बने रहेंगे सीएस