
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंकियों ने सेना के कैंप को निशाना बनाया। आतंकियों ने सोमवार (22 जनवरी) सुबह राजौरी के गुंधा में 63 आरआर आर्मी कैंप पर हमला कर दिया। इस हमले में सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं सेना की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी ढेर हो गया है। घटना के तुरंत बाद और सुरक्षाबलों को मौके पर भेजा गया और आतंकियों का पता लगाने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
सुरक्षाबलों ने हमले को किया नाकाम
अधिकारियों के मुताबिक, आतंकियों ने तड़के करीब 3.30 बजे राजौरी जिले के सुदूर बुधल इलाके के गुंधा गांव में स्थित सेना के कैंप पर गोलीबारी शुरू कर दी। यह कैंप हाल ही में बनाया गया है। सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की और हमले को नाकाम कर दिया। इस दौरान एक छोटी मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी के मारे जाने की खबर है। वहीं अन्य आतंकी भागने में सफल रहे। इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली और बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है।
पूर्व सैनिक के घर पर हमले की कोशिश
आतंकियों ने पहले एक गांव के बाहरी इलाके में एक ग्राम रक्षा समूह (वीडीजी) के सदस्य और पूर्व सैनिक के घर पर हमला करने की कोशिश की। लेकिन पुलिसकर्मियों की मौजूदगी की वजह से उन्हें इलाके से भागना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने सेना की चौकी को निशाना बनाया।
व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने एक्स पर पोस्ट किया- आतंकवादियों ने राजौरी के गुंडा में एक वीडीसी के घर पर 3 बजकर 10 मिनट पर हमला किया। पास की सेना की एक टुकड़ी ने प्रतिक्रिया की और गोलीबारी शुरू हो गई।
एक महीने में 12 जवान शहीद
बीते एक महीने के दौरान जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान आतंकियों ने कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। जिनमें 12 जवान शहीद हुए हैं और 9 आम नागरिकों की मौत हुई है।
हाल ही में डोडा के घने जंगलों में सेना के एक सर्च दल पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया था। इस हमले में एक अधिकारी सहित चार जवान शहीद हो गए।
आतंकी संगठनों की रणनीति
सुरक्षाबलों पर हमलों की जिम्मेदारी लेने के लिए आतंकी संगठनों द्वारा रेजिस्टेंस फ्रंट, पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट, कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स जैसे नामों के बाद अब कश्मीर टाइगर्स नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षाबलों की जांच को प्रभावित करने के लिए जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठन इस रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे पहले भी आतंकी संगठन इस तरह की रणनीति अपना चुके हैं।
पिछले एक महीने में हुए आतंकी हमले
9 जून, रियासी में बस पर हमला : कटरा के रियासी इलाके में तीर्थयात्रियों को माता वैष्णो देवी मंदिर लेकर जा रही 53 सीटर बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। जिससे बस खाई में गिर गई थी, हमले में एक नाबालिग समेत 9 लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए थे। बस में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्री सवार थे।
11 जून, कठुआ में एक जवान शहीद : जम्मू कश्मीर के कठुआ के एक गांव में आतंकी घुस आए थे। इसके बाद आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया था। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। आतंकियों ने जिले के हीरानगर सेक्टर के सैदा सुखल गांव पर हमला किया था। सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ था।
12 जून, डोडा में एक आतंकी ढेर : जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सेना के अस्थायी ऑपरेटिंग बेस पर आतंकियों ने गोलीबारी कर दी थी। इस दौरान सेना के दो जवान घायल हो गए थे, जबति एक आतंकी को ढेर कर दिया गया था। इसके साथ ही एक नागरिक घायल भी हो गया था। रियासी और कठुआ के बाद जम्मू इलाके में यह तीन दिनों में तीसरा आतंकी हमला था।
6 जुलाई, कुलगाम में 2 जवान शहीद : जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के दो गावों में 6 जुलाई को हुए एनकाउंटर में 2 जवान शहीद हो गए थे। इनमें से एक एनकाउंटर कुलगाम के चिनिगाम में, जबकि दूसरा मोदरगाम गांव में हुआ था। गोलीबारी में लांस नायक प्रदीप नैन (पैरा कमांडो) और आरआर के हवलदार राज कुमार शहीद हुए थे।
7 जुलाई, राजौरी में सेना के शिविर पर हमला : जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के शिविर पर आतंकी हमला हुआ था। जिसमें आर्मी का एक जवान घायल हो गया था। आतंकियों ने सेना के शिविर पर गोलीबारी की थी। इस दौरान तैनात जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें सेना का जवान घायल हो गया था। हालांकि, आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे थे।
8 जुलाई, कठुआ में सेना की गाड़ी पर हमला : जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने आतंकी हमला किया था, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए थे। आतंकियों ने शाम के समय सेना के वाहन पर हमला किया था। इस दौरान उन्होंने सेना की गाड़ी पर ग्रेनेड भी फेंका था और अंधाधुंध फायरिंग की थी।
10 जुलाई, नौशेरा में घुसपैठ की कोशिश : राजौरी के नौशेरा सेक्टर में आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। संदिग्ध आतंकियों के एक ग्रुप ने रात के समय भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें उलटेपांव भागना पड़ा था।
16 जुलाई, नौशेरा में फिर हुआ हमला : 10 जुलाई को नौशेरा में आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम होने के बाद 16 जुलाई को आतंकियों ने फिर हमला किया। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 4 जवान शहीद हो गए और एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई।
18 जुलाई, कुपवाड़ा में 2 आतंकी ढेर : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन इलाके में सेना ने एनकाउंटर में 2 आतंकियों को मार गिराया था। यहां कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन चलाया था। इसी दौरान आतंकियों-सेना के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी।
ये भी पढ़ें- ब्रज मंडल यात्रा से पहले हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, नूंह में इंटरनेट बंद, SMS सर्विस भी 24 घंटे के लिए प्रतिबंध
One Comment