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टेस्ला का कमाल, अमेरिका में शुरू की रोबोटैक्सी सर्विस; बिना ड्राइवर दौड़ती दिखीं इलेक्ट्रिक गाड़ियां, 364 रुपए की होगी एक राइड

दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने आखिरकार अपनी बहुप्रतीक्षित रोबोटैक्सी सर्विस को लॉन्च कर दिया है। 22 जून को अमेरिका के ऑस्टिन शहर में टेस्ला की यह सेवा शुरू की गई। यह टैक्सी सेवा पूरी तरह ऑटोनॉमस यानी बिना ड्राइवर के काम करती है। इसे टेस्ला की अब तक की सबसे बड़ी तकनीकी छलांग माना जा रहा है। एलन मस्क ने इस ऐतिहासिक लॉन्च पर कहा, “ये टेस्ला AI टीम की 10 साल की मेहनत का परिणाम है।”

उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने इस सिस्टम के लिए जरूरी चिप और सॉफ्टवेयर खुद डिजाइन किए हैं, किसी बाहरी मदद के बिना।

364 रुपए में मिलेगी एक ड्राइवरलेस राइड

टेस्ला ने फिलहाल इस सेवा की कीमत 4.20 डॉलर यानी करीब 364 रुपए प्रति राइड तय की है। रोबोटैक्सी सर्विस इस समय केवल ऑस्टिन के सीमित क्षेत्र में उपलब्ध है और इसे अभी सिर्फ कुछ निवेशकों और कंटेंट क्रिएटर्स के लिए खोला गया है। कई यूजर्स ने इस टैक्सी का अनुभव सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें उन्होंने इसकी सटीकता की तारीफ की है।

कैमरा, सेंसर और AI से लैस है रोबोटैक्सी

टेस्ला की ये गाड़ियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हाई-रेजोल्यूशन कैमरे, रडार, लिडार और उन्नत सेंसर टेक्नोलॉजी से लैस हैं। इन्हीं की मदद से टैक्सी बिना ड्राइवर के खुद रास्ता तय करती है और ट्रैफिक व पैदल यात्रियों को पहचानकर दिशा और गति तय करती है। यह सेवा टेस्ला के मॉडेल Y गाड़ियों के अपडेटेड वर्जन पर आधारित है, जिन पर रोबोटैक्सी का बैज लगा होता है।

फिलहाल 20 गाड़ियां ही सड़कों पर

शुरुआत में कंपनी ने 20 रोबोटैक्सी गाड़ियों को ही ऑस्टिन की सड़कों पर उतारा है। ये गाड़ियां एक जियो-फेंस किए गए इलाके में सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक ही चलती हैं। सुरक्षा के लिहाज से हर टैक्सी में एक टेस्ला कर्मचारी मौजूद रहता है, जो आपात स्थिति में वाहन को मैनुअली नियंत्रित कर सकता है।

एप के जरिए होती है बुकिंग

रोबोटैक्सी सेवा पूरी तरह एप बेस्ड है। यूजर टेस्ला की रोबोटैक्सी एप डाउनलोड कर बुकिंग कर सकते हैं। एप में डेस्टिनेशन चुनने के बाद अनुमानित किराया और टैक्सी की ETA यानी अनुमानित पहुंच समय दिखाया जाता है। यात्री कार के आने पर एप में बताए गए लाइसेंस प्लेट नंबर से उसे पहचानते हैं। दरवाजा खोलकर अंदर बैठने और सीट बेल्ट बांधने के बाद एप में दिए गए स्टार्ट बटन पर टैप करते ही राइड शुरू हो जाती है।

वायमो जैसी कंपनियों से मिलेगी कड़ी चुनौती

टेस्ला की इस नई शुरुआत को लेकर टेक इंडस्ट्री में उत्साह है, लेकिन प्रतिस्पर्धा भी कड़ी होगी। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट की वायमो पहले से ही ड्राइवरलेस गाड़ियों का संचालन कर रही है। वायमो की गाड़ियां सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिलिस, फीनिक्स और ऑस्टिन जैसे शहरों में चल रही हैं और इनकी संख्या 1500 से अधिक है। इसके अलावा, जूक्स जैसी कंपनियां भी पूरी तरह ऑटोनॉमस गाड़ियां बना रही हैं, जिनमें स्टीयरिंग व्हील और पेडल तक नहीं होते।

जनता के लिए कब खुलेगी सेवा

हालांकि यह सर्विस इस समय केवल सीमित यूजर्स के लिए उपलब्ध है, एलन मस्क ने संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में इसे अन्य अमेरिकी शहरों में भी शुरू किया जाएगा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि आम जनता के लिए यह सेवा कब खोली जाएगी। टेक्नोलॉजी के साथ-साथ सुरक्षा और कानूनी पहलुओं पर भी काम जारी है।

 

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