
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुधवार को विधायक एवं महाराष्ट्र पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण ने प्रेस कॉन्फेंस की। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। साथ ही आरोप लगाया कि अपने परम मित्र अडानी को बचाने के लिए पीएम मोदी लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं। राहुल गांधी को निशाना बनाया गया है, क्योंकि उन्होंने मोदी जी से अड़ानी के बारे में पूछे। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने के लिए सब कुछ करेगी।
राहुल गांधी ने संसद में 2 सीधे सवाल पूछे थे
पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा कि 7 फरवरी को राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में अडानी महाघोटाले पर 2 सीधे सवाल पूछे थे। जिसमें पहला है। क्या अडानी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ या 3 बिलियन डॉलर हैं? अडानी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकता, क्योकि वो इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में है। यह पैसा कहां से आया? किसका काला धन है? ये किसकी शेल कंपनियां हैं? ये कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही है। कोई क्यों नहीं जानता? यह किसका पैसा है? इसमें एक चीनी नागरिक शामिल है।
#भोपाल : अपने परम मित्र #अडाणी को बचाने के लिए पीएम #मोदी लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं। #राहुल_गांधी को निशाना बनाया गया है, क्योंकि उन्होंने मोदी जी से अडाणी के बारे में सवाल पूछे : #पृथ्वीराज_चह्वाण, पूर्व सीएम #महाराष्ट्र @narendramodi @gautam_adani @RahulGandhi @INCIndia… pic.twitter.com/Llk3moPGEs
— Peoples Samachar (@psamachar1) March 29, 2023
राहुल जी ने दूसरा सवान पूछा था, पीएम मोदी जी का अडानी से क्या रिश्ता है? उन्होंने अडानी के विमान में आराम करते हुए पीएम मोदी की तस्वीर दिखाई। उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाई अड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में, बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक (भारत के) के चेयरमैन के साथ बैठे नरेंद्र मोदी और अडानी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर 1 बिलियन का ऋण स्वीकृत किया था, इसके बारे में दस्तावेज दिए।
भाषण के बाद फिर से शुरू हुआ मानहानि केस
इसके बाद अडानी के घोटाले पर संसद में राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद उनके खिलाफ मानहानि का मामला फिर से शुरू हो गया। राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और राहुल गांधी के भाषण को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। क्यों ? संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में भारत के इतिहास में पहली बार एक सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा संसद को बाधित कर रही है और इसे काम नहीं करने दे रही है। यह अडानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है। जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर JPC (संयुक्त संसदीय समिति) चाहता है।
राहुल ने ऐसा नहीं कहा है कि सारे मोदी चोर हैं
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओबीसी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाने की घटिया चाल स्पष्ट हताशा साबित हुई है। सबसे पहले राहुल गांधी द्वारा दिया गया बयान यह पूछ रहा था कि कुछ चोरों का एक ही उपनाम (नीरव मोदी, ललित मोदी और नरेंद्र मोदी) क्यों है- उन्होंने ऐसा नहीं कहा है कि सारे मोदी चोर हैं! उन्होंने किसी समुदाय को निशाना नहीं बनाया।
दूसरा, न तो नीरव मोदी और न ही ललित मोदी ओबीसी है। और उनकी जाति जो भी हो, क्या उन्होंने धोखाधड़ी नहीं की? भाजपा धोखेबाजों और भगोड़ों को क्यों बचा रही है? तीसरा, कांग्रेस पार्टी में 2 ओबीसी मुख्यमंत्री हैं। इससे साबित होता है कि कांग्रेस उनके योगदान को महत्व देती है।
राहुल गांधी और कांग्रेस नहीं डरेगी
राहुल गांधी और कांग्रेस नहीं डरेंगी। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हम सीधे लोगों के पास गए और उनकी चिंताओं को सुना-महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक असमानता और संस्थानों पर कब्जा, इन सब मुद्दों को उठाया। हम लोगों के इन मुद्दों को उठाते रहेंगे और अपना संदेश सीधे लोगों तक पहुंचाते रहेंगे।
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