
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत के बाद भारत ने कड़ा जवाब दिया। 7 मई 2025 की रात 1:44 बजे से शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्य
भारत ने किन जगहों को निशाना बनाया?
- पाकिस्तान में बहावलपुर – जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, मुरीदके – लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा, सियालकोट – हिज्बुल मुजाहिदीन कैंप
- PoK में मुजफ्फराबाद, कोटली, बाग, भिंबर, चक अमरु
बंकर बस्टर बम से मचा कहर
भारत ने बंकर बस्टर बम जैसे एडवांस हथियारों का प्रयोग किया, जो जमीन में 30-60 फीट अंदर तक घुसकर धमाका करते हैं। मुख्य हथियार-
- SCALP क्रूज मिसाइल (रेंज 560 किमी)
- HAMMER प्रिसिजन बम (राफेल से छोड़ा गया)
- लोइटेरिंग म्यूनिशन (कामिकेज ड्रोन)
- पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर
- ब्रह्मोस मिसाइल (रेंज 400 किमी)
इन हथियारों की खास बात ये है कि ये सिर्फ़ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाते हैं, जिससे आम नागरिकों को नुकसान नहीं होता।
ऑपरेशन की रणनीति : इजरायली स्टाइल में हमला
- खुफिया जानकारी : रॉ (RAW) ने टारगेट के पक्के निर्देशांक दिए।
- NSA अजीत डोवाल ने ऑपरेशन की निगरानी की और 15 से ज्यादा हाई लेवल बैठकें हुईं।
- रातभर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी कार्रवाई पर नजर रखी।
- SEAD रणनीति के तहत पाकिस्तान के चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय किया गया।
मरकज सुभान अल्लाह : जैश का सबसे बड़ा ठिकाना
स्थान : बहावलपुर, पाकिस्तान
संचालन : मौलाना मसूद अजहर यहीं से जैश-ए-मोहम्मद को नियंत्रित करता है
ढांचा : मस्जिद, मदरसा, स्विमिंग पूल, अस्तबल और जिम
महत्व : 1999 के IC-814 अपहरण, 2019 के पुलवामा और अब 2025 के पहलगाम हमले की साजिशें यहीं बनीं।
पाकिस्तान में मची अफरा-तफरी
पाकिस्तानी सेना ने कहा कि भारत ने 24 हमले किए जिनमें 8 मरे, 22 घायल हुए। पाक पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, “ये युद्ध की कार्रवाई है। जवाब देंगे।”
LoC पर जवाबी फायरिंग में जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी में 6 नागरिक मारे गए। पाकिस्तान ने 48 घंटे के लिए हवाई क्षेत्र बंद किया और इस्लामाबाद समेत प्रमुख एयरपोर्ट्स पर आपातकाल घोषित कर दिया।
भारत का संदेश : आतंकियों पर सर्जिकल प्रहार, सेना तैयार
भारतीय सेना ने साफ कर दिया कि यह कार्रवाई सिर्फ आतंकी ढांचों के खिलाफ थी। किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने या आम नागरिक को निशाना नहीं बनाया गया। ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की ‘जीरो टॉलरेंस फॉर टेररिज्म’ नीति को एक बार फिर सिद्ध कर दिया है। यह सिर्फ बदला नहीं, बल्कि आने वाले वक्त के लिए चेतावनी है कि आतंक की ज़मीन पर कार्रवाई अब सीमाओं की मोहताज नहीं।