
पालघर। महाराष्ट्र के पालघर में तीन लोगों के कीड़े लगे शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। 31 अगस्त को जिले के वाडा तालुका में एक बुजुर्ग दंपत्ति और उनकी दिव्यांग बेटी का शव सड़ी-गली हालत में बरामद हुआ। वो लोग पालघर के नेहरोली गांव में रहते थे। दो सप्ताह से फोन न लगने के कारण बुजुर्ग दंपत्ति का बड़ा बेटा पंकज राठौर काफी चिंतित हो गया था। इसके बाद उसने नेहरोली गांव जाकर परिजनों से मिलने का फैसला किया। पालघर पुलिस ने बताया कि तीनों शव पूरी तरह सड़ चुके थे और उसमें कीड़े लगे हुए थे। तीनों शवों के सिर पर चोट के निशान मौजूद थे।
17 अगस्त को हुई थी आखिरी बार बात
पंकज ने बताया कि परिजनों से उसकी आखिरी बार फोन पर बात 17 अगस्त को हुई थी। इसके बाद उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। जब वो नेहरोली गांव गया तो देखा घर पर सन्नाटा पसरा था और दरवाजा भी बाहर से बंद था। पूरे गांव में माता-पिता को ढ़ूढने के बाद जब वो नहीं मिले तो पंकज ने गांव वालों की मदद से दरवाजा तोड़ दिया। उसके पिता 72 वर्षीय मुकुंद राठौर का मृत शरीर फर्श पर पड़ा हुआ था और उस पर कीड़े लगे हुए थे। जिसके बाद घर की पहली मंजिल पर रखे ट्रंक में उसकी मां कंचन (70 वर्षीय) और बहन संगीता (52 वर्षीय) का शव मिला। ट्रंक कीडों से भरा हुआ था और दोनों की लाशें सड़ चुकीं थीं।
15 दिन पहले ही हो चुकी थी मौत
पालघर पुलिस अधीक्षक ने बताया शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रथम दृश्टया यह हत्या का मामला लग रहा है। पीएम की रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारणों का पता लगाया जा सकेगा। ऐसा लग रहा कि पिछले 15 दिनों से तीनों लाशें सड़ रहीं थीं। वाडा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हत्या और सबूतों को नष्ट करने को लेकर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
ये भी पढ़ें- 18 साल बाद जिंदा मिली पहली पत्नी… दूसरी ने भिजवाया 16 श्रृंगार, मरा समझकर कर ली थी शादी