
हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानी आज लगेगा। नासा के अनुसार, आज ग्रहण के दौरान, सूरज का करीब 65 फीसदी हिस्सा चांद से ढक जाएगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण आज और दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर, 2022 को लगेगा।
सूर्य ग्रहण का समय
साल का पहला सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 30 अप्रैल की मध्यरात्रि यानि रात 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा। ये सूर्य ग्रहण 1 मई को सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। ये ग्रहण आंशिक होगा, यानी चंद्रमा सूर्य के प्रकाश के केवल एक अंश को ही बाधित करेगा।
इस साल कुल 4 ग्रहण पड़ने वाले हैं। इनमें से 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण होंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार सूर्य ग्रहण का बहुत महत्व है। ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।
कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण, भारत पर क्या होगा असर
ये सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका के अतिरिक्त अटलांटिक क्षेत्र, प्रशांत महासागर और दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी भागों में दिखाई देगा। ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए भारत में इस ग्रहण का धार्मिक प्रभाव नहीं माना जाएगा और पूजा-पाठ में किसी भी तरह की पाबंदियां नहीं मानी जाएंगी।
सूतक काल मान्य नहीं
सूतक काल सूर्य ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले से लग जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार सूतक काल के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। भारत में ना दिखाई देने की वजह से इस सूर्यग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा।
आंशिक सूर्य ग्रहण क्या है
नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और पृथ्वी पर सूरज के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से रोक देता है। जब चांद सूरज को पूरी तरह से ढक लेता है तब पूर्ण सूर्यग्रहण होता है। आंशिक ग्रहण के दौरान, चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है. इसकी वजह से सूर्य अर्धचंद्राकार आकार में नजर आता है। आंशिक सूर्य ग्रहण को उपच्छाया ग्रहण भी कहते हैं।
तीन राशियों पर रहेगा प्रभाव
- मेष राशि : ये सूर्य ग्रहण मेष राशि में लगेगा। इसलिए मेष राशि वाले लोंगों पर सबसे ज्यादा प्रभाव रहेगा। ये ग्रहण के दौरान यात्रा न करें तथा सजग और सावधान रहें।
- कर्क राशि : कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा होता है। इस समय चंद्रमा मेष में राहु के साथ रहेंगे। यह स्थिति कर्क राशि वालों को मानसिक तनाव पैदा कर सकती है।
- वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि वालों पर भी इसका बुरा प्रभाव पडे़गा। इसलिए इन्हें धैर्य पूर्वक रहना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के समय करें ये उपाय
- सूर्य ग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिला को तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान जी की अराधना करनी चाहिए।
- सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद गर्भवती महिला को स्नान जरूर करना चाहिए, नहीं तो उसके शिशु को त्वचा संबंधी रोग लग सकते हैं।
- इस दौरान गर्भवती महिलाओं अपने अराध्य देव की उपासना करनी चाहिए।
(नोट: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हम मान्यता और जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं।)