
राजस्थान के उदयपुर में जारी चिंतन शिविर के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। शनिवार को फेसबुक लाइव के दौरान जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व चापलूसों से घिरा हुआ है। इसकी वजह से कांग्रेस का नुकसान हो रहा है। इससे पहले उन्होंने अपने ट्विटर बायो से कांग्रेस का नाम भी हटा दिया। पार्टी छोड़ते समय उन्होंने कहा… Good Luck and goodbye Congress…
सुनील जाखड़: पंजाब को बख्श दें…
शनिवार को फेसबुक लाइव के दौरान जाखड़ ने सोनिया गांधी को कहा कि वह पूरे देश में राजनीति करें, लेकिन पंजाब को बख्श दें। जाखड़ ने कहा कि आतंकवाद के दौर में और 1984 में जब AK-47 भी पंजाब में धर्म और जात-पात का भेदभाव न कर सकी, उसे कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने चुनाव के वक्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि मुझे उदयपुर में कांग्रेस की हालत देख तरस आ रहा है। कितने नेता चीयरलीडर्स और कितने कड़वी और सच्ची बात कहेंगे? कांग्रेस का चिंतन शिविर सिर्फ एक फॉर्मेलिटी से ज्यादा नहीं।
कांग्रेस में रहा 50 साल का सफर
सुनील जाखड़ की तीसरी पीढ़ी कांग्रेस में है, उनके भतीजे संदीप जाखड़ कांग्रेस से विधायक बने हैं। सुनील जाखड़ का कांग्रेस पार्टी के साथ 50 साल पुराना रिश्ता है। उन्होंने कांग्रेस के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में काम किया है। जाखड़ को हाल ही में चुनाव के दौरान बयानबाजी पर नोटिस भेजा गया है। उनका कहना है कि कांग्रेस हाईकमान को नोटिस भेजने से पहले उनसे बात करनी चाहिए थी। इसी वजह से उन्होंने नोटिस का जवाब नहीं दिया। जाखड़ ने स्पष्ट कर दिया कि वह कांग्रेस हाईकमान के आगे नहीं झुकेंगे।