अंतर्राष्ट्रीय

इंडोनेशिया में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6.0 थी तीव्रता

इंडोनेशिया में मंगलावर को सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप के झटके सुबह 6 बजकर 53 मिनट पर महसूस किए गए। इस दौरान भूकंप का केंद्र सुलावेसी से 779 किलोमीटर दूर था।

फिलहाल नुकसान की खबर नहीं

जानकारी के मुताबिक, सुबह-सुबह आए इस भूकंप के तेज झटकों से अफरा-तफरी मच गई। बता दें कि जब भूकंप के झटके लगे तब लोग अपने घरों में सो रहे थे, लेकिन जैसे ही धरती हिलने जैसा महसूस हुआ, उसके बाद लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

आखिर क्यों आता है भूकंप ?

भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के अंदर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।

ये भी पढ़ें- Corona Returns : फिर डराने लगा कोरोना… दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती संक्रमित मरीजों में 27 फीसदी बच्चे

कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन 2 को सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।

किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है

  • 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
  • वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
  • 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है, जैसे कोई ट्रक आपके पास से गुजर गया हो।
  • 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। इसके साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
  • 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
  • 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
  • 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
  • 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
  • 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।

ये भी पढ़ें- Corona Vaccine : अब लगेगी 6 से 11 साल तक के बच्चों को भी वैक्सीन, ब्रिटेन ने दी मॉडर्ना के टीके को मंजूरी

संबंधित खबरें...

Back to top button