यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक दलों के बीच एक-दूसरे के संगठन में सेंध लगाने, विधायकों को तोड़कर पार्टी ज्वाइन कराने का सिलसिला तेज हो गया है। इसी बीच बुधवार को सपा के चार एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू, नरेंद्र भाटी, सीपी चंद और रमा निरंजन ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मौजूद रहे।
Lucknow | Four MLCs of Samajwadi Party, including Rama Niranjan, join BJP in the presence of Deputy CMs Dinesh Sharma-KP Maurya and party's state chief Swatantra Dev Singh ahead of 2022 UP Assembly polls. Niranjan's husband also joined the party at the occasion. pic.twitter.com/gCLsgMdBJS
— ANI UP (@ANINewsUP) November 17, 2021
अखिलेश यादव से हिसाब किया बराबर
दरअसल, बीजेपी ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के चार एमएलसी नरेंद्र भाटी, सीपी चंद्र, रविशंकर सिंह और रमा निरंजन को पार्टी ज्वाइन कराकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से हिसाब बराबर कर लिया है। गौरतलब है कि बीते 30 अक्टूबर को ही अखिलेश यादव ने बीएसपी के छह बागी विधायकों के साथ सीतापुर भाजपा विधायक राकेश राठौर को भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
गुर्जर राजनीति में नए समीकरण की उम्मीद
यूपी चुनाव के ठीक पहले चार एमएलसी के यूं पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो जाने को अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। खासकर नरेंद्र सिंह भाटी के पार्टी छोड़ने को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की गुर्जर राजनीति में नए समीकरण बनने की उम्मीद जताई जा रही है। नरेन्द्र सिंह, सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे हैं। दादरी तहसील के बोड़ाकी गांव के रहने वाले किसान प्रेम सिंह के पुत्र नरेंद्र सिंह भाटी ने बैनामा लेखक के रूप में करियर शुरू किया था। पांच साल तक उन्होंने दादरी तहसील में बैनामा लेखक के रूप में काम भी किया। 1975 में उन्होंने युवा कांग्रेस सदस्य के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत की। 1980 में ब्लॉक प्रमुख चुने गए और दो बार ब्लाक प्रमुख बने। सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा के विवाद के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इन दिनों गुर्जर राजनीति गरमाई हुई है। जिले को गुर्जर राजनीति का केन्द्र माना जाता है। क्षेत्र के प्रमुख गुर्जर नेता और यहां के पूर्व लोकसभा सांसद और राज्यसभा सांसद सुरेन्द्र नागर पहले ही सपा छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर चुके हैं जबकि अब नरेंद्र भाटी भी सपा का साथ छोड़ भाजपा में आ रहे हैं।