
पल्लवी वाघेला / भोपाल। फैमिली कोर्ट में एक अनूठे मामले में समझौता हुआ। यहां दामादों की पहल पर सास 11 साल बाद घर लौटी और अब तीसरी बेटी की शादी में शामिल होगी। दरअसल, टीनएजर सौतेली बेटियों के दुर्व्यवहार के चलते वह 11 साल पहले मायके चली गई थी। अब शादी कर चुकी उन्हीं बेटियों के पतियों की पहल पर दोबारा घर लौट आई हैं। मकर संक्रांति पर बेटियों ने खुद मां का दोबारा गृह प्रवेश कराया। मामला गौतम नगर क्षेत्र का है। करीब 15 साल पहले दोनों की दूसरी शादी हुई थी। पति की पहले से तीन बेटियां थीं, जबकि महिला को संतान नहीं थी। शादी के समय बेटियों की उम्र क्रमश: 11,9, 5 साल थी। तीन साल तक सब ठीक रहा। इसके बाद दोनों बड़ी बेटियां सौतेली मां से विवाद करने लगी। इसके चलते 11 साल पहले पत्नी मायके चली गई। उसने भरण- पोषण का केस लगाया। इस बीच तीसरी बेटी की शादी तय हुई, तो मंगेतर ने पूछा कि मां को वापस क्यों नहीं लाती। अंत में तीनों दामादों ने ससुर से बात की, फिर अपनी पत्नियों को समझाया कि छोटी बहन की शादी के बाद उनके पिता अकेले रह जाएंगे। इस पर बेटियों ने बात मान ली।
दोनों ने एक-दूसरे पर लगाए केस वापस लिए
इस मामले में बीते हμते दंपति ने एक-दूसरे पर लगाए सारे केस फैमिली कोर्ट से वापस ले लिए और काउंसलर को गृह प्रवेश की जानकारी भी दी। इस दौरान उन्होंने फैमिली कोर्ट को बताया कि उनके बीच कभी विवाद नहीं था, लेकिन जवान होती बेटियों की जिद के आगे उन्होंने घुटने टेक दिए थे। इन सालों में वह दोनों कई बार आपस में मिले। हालांकि पत्नी की एक ही शर्त थी कि बेटियां उसे लाने के लिए सहमत हों, तभी लौटेगी। हालांकि बेटियों को मनाना पिता के बस में नहीं था। अब दामादों ने यह काम करके परिवार को वापस जोड़ दिया।