
उमरिया। विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वन्य प्राणियों और मानवों के बीच होने वाले संघर्ष को रोकने के लिए रिजर्व प्रबंधन ने एक नई पहल की है। टाइगर रिजर्व के आठ किलोमीटर मीटर के दायरे में आने वाले चार गांवों की सीमा में सोलर फेंसिंग लगाई गई हैं। इस फेंसिंग को वन्य प्राणियों के टच करते ही उन्हें झटका लगेगा। जिससे वन्य प्राणी जंगल से गांव की तरफ नहीं आएंगे। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने अभी गांव की तरफ वन्य प्राणियों की मूवमेंट वाले क्षेत्रों में लगाई गई है।
प्रबंधन कर रहा निगरानी: टाइगर रिजर्व के चार गांव मझखेता, गाटा, मढऊ, दमना क्षेत्र में फेंसिंग लगाई गई है। फेंसिंग लगाने के बाद प्रबंधन लगातार इसकी निगरानी करने में जुटा हैं। फेंसिंग के नजदीक कर्मचारी लगातार गश्त करते हैं। ग्रामीणों को सोलर फेसिंग की जानकारी ग्रामीणों को देते हैं।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि अभी आठ किलोमीटर की फेंसिंग लगाई गई। फेंसिंग के साथ सोलर पैनल लगाए गए हैं। इससे इसमें बिजली बनती है और फेंसिंग के तारों में करंट रहता है। जिसका झटका वन्य जीवों को इसे पार करने के दौरान लगता है। इससे मनुष्य और वन्य प्राणियों किसी को भी नुकसान नहीं होता है। वन्य प्राणी व मानव द्वंद्व रोकने को लेकर फेंसिंग लगाई गई है।
ऐसे काम करता है सोलर फेसिंग
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगाई गई सोलर फैंसिंग सें झटके वाला करंट रहता है। इसके संपर्क में आते ही वन्य प्राणियों को झटका लगता हैं। वन्य प्राणी गांव की तरफ ना जाकर वापस जंगल की ओर चला जाता है।