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ऑफिस में लगातार बैठना पड़ सकता है भारी, डेस्क पर काम करते वक्त ना करें ये गलतियां

आजकल ज्यादातर जॉब्स में घंटों तक कंप्यूटर के सामने बैठना पड़ता है। ऑफिस में काम करने वाले लोग यह बखूबी जानते होंगे कि एक ही जगह लम्बे समय तक बैठकर काम करने में कितनी दिक्कत होती है। इससे आपके शरीर के विभिन्न अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कंप्यूटर से निकलने वाली हानिकारक किरणें आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं और गलत तरीके से बैठने के कारण आपके पीठ में दर्द हो सकता है। इसके साथ ही अनिद्रा, तनाव, ब्लड प्रेशर की समस्या भी लंबे समय तक एक ही जगह बैठकर काम करने से हो सकती है।

ऑफिस में काम करते समय व्यक्ति का कंफर्टेबल जोन में होना बहुत जरूरी है। देर तक बैठने से होने वाली समस्याओं से बचने के लिए कुछ लोग कंफर्टेबल फर्नीचर का उपयोग करते हैं तो कुछ लोग स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर कोई कम्यूटर पर सही तरीके या पोश्चर से बैठता है तो वे इन समस्याओं से बच सकता है। अब ऐसे में कंप्यूटर डेस्क पर बैठने का सही तरीका क्या ? इस बारे में जान लीजिए।

सही सिटिंग पोजिशन

झुके हुए कंधे, झुकी हुई गर्दन और घुमावदार रीढ़… ये सभी कंप्यूटर डेस्क पर बैठने के गलत तरीके हैं। लगातार लंबे समय तक ऐसे बैठने से शरीर में दर्द हो सकता है, पोश्चर बिगड़ सकता है, रीढ़ की हड्डी में चोट लग सकती है, डिप्रेशन हो सकता है, मेटाबॉलिज्म स्लो हो सकता है। इन समस्याओं से बचने के लिए सही पोश्चर से बैठना चाहिए और कंप्यूटर पर सही तरीके से बैठने के लिए डेस्क और कुर्सी की ऊंचाई पर ध्यान देना चाहिए।

कंप्यूटर डेस्क पर बैठते समय ध्यान दें कि कुर्सी की ऊंचाई इतनी हो कि आपके पैर फर्श से स्पर्श करें और घुटने के पीछे की ओर 90 डिग्री का एंगल बन सके। हिप्स को हमेशा कुर्सी के पीछे चिपकाकर रखें। गर्दन हमेशा रीढ़ की हड्डी की सीध में होना चाहिए, जिससे स्क्रीन देखने के लिए गर्दन नीचे ना झुकानी पढ़े। स्क्रीन यदि आंख के 1-2 इंच ऊपर रहेगी तो वो भी सही रहेगा। हमेशा कंप्यूटर स्क्रीन से कम से कम 20 इंच दूर बैठें। कंधों को आराम की स्थिति में रखें ना कि उन्हें आगे या पीछे झुकाकर रखें।

लगातार ना बैठें

एक्सपर्ट के मुताबिक, कभी भी 30 मिनट से ज्यादा देर तक कंप्यूटर स्क्रीन के सामने नहीं बैठना चाहिए और हर 30 मिनट के बाद कुछ देर के लिए स्क्रीन के सामने से उठना चाहिए। ऐसे में मसल्स और टेंडन में जकड़न नहीं आएगी और थकान भी नहीं होगी। इसके साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहेगा, जो अच्छी सेहत के लिए बेहद जरूरी होता है।

कंफर्टेबल चेयर पर बैठें

कंप्यूटर पर काम करते समय हमेशा सही और कंफर्टेबल चेयर पर बैठना जरूरी होता है। बता दें कि चेयर हमेशा कंफर्टेबल, सपोर्टिव, एडजस्टेबल होनी चाहिए। चेयर में हमेशा बैकरेस्ट (बैक सपोर्ट) होना चाहिए, जो अपर और लोअर बैक को सपोर्ट देता है। इस सपोर्ट से रीढ़ की हड्डी कर्व में रहती है। इसके लिए एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई कुर्सियां खरीदें, जो विशेष रूप से डेस्क सिटिंग के लिए बनाई जाती हैं।

चेयर में हमेशा उसकी ऊंचाई, आर्मरिस्ट की ऊंचाई और बैकरेस्ट को एडजस्ट करने वाले फंक्शन होने चाहिए। कुर्सी में सिर हेडरेस्ट (सिर को सपोर्ट देने वाला हिस्सा) होना चाहिए। इसके साथ ही कुर्सी में कंफर्टेबल पेडिंग होना चाहिए, जिससे बैठते समय कंफर्टेबल रहें।

एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग

कुछ देर बैठने के बाद लोअर बैक, शोल्डर, कंधे आदि में अकड़न हो जाती है। इसलिए कंप्यूटर डेस्क पर बैठकर भी कुछ एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। ऐसा करने से थकावट महसूस नहीं होगी और मसल्स में अकड़न नहीं होगी।

माउस को दूर ना रखें

ज्यादा देर तक माउस की स्थिति गलत रहती है तो ये आपको आगे झकने या फिर हाथों को दूर तक ले जाने के लिए मजबूर करेगी। इसलिए माउस को ज्यादा दूर ना रखें, बल्कि की-बोर्ड के पास ही रखें। टाइप करते या अपने माउस का उपयोग करते समय अपनी कलाइयों को सीधा रखें, हाथों को अपने शरीर के पास रखें और अपने हाथों को अपनी कोहनी के लेवल से हल्का सा नीचे रखें। माउस का कम उपयोग करने के लिए की-बोर्ड की शॉर्टकट का उपयोग कर सकते हैं।

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