
जबलपुर। स्कूल संचालकों, पुस्तक विक्रेताओं, प्राचार्यों पर की गई प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई के बाद 21 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। जिसमें से अभी 9 आरोपी जेल में है, बाकि सभी को पूछताछ के लिए रिमांड में लिया गया है। लेकिन जो जेल में है उनके हाल बहुत बुरे है, कभी उन्होंने सोचा भी नहीं था कि इतनी भीषण गर्मी में जेल की हवा खानी पड़ेगी। जेल प्रशासन ने गर्मी को देखते हुए बंदियों के लिए व्यवस्थाएं तो की गई हैं, लेकिन इतनी गर्मी में वह भी नाकाफी ही हैं। इस माहौल में अपने लक्जरी घरों में रहकर एसी की हवा खाने वालों का हाल- बेहाल है। सभी 9 आरोपियों का बीपी बढ़ा हुआ है और वह तनाव में रहते हैं। जेल में जो बंदियों को खाना मिलता है, वहीं खाना खा रहे है, इसमें दाल, चावल, सब्जी और रोटी शामिल है।
अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है पुलिस
मामले में अन्य फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं। उनकी भी गिरफ्तारी की जा रही है, जिसके बाद उन सभी को भी रिमांड में लिया जाएगा।
क्रिमिनल के संपर्क में नहीं आए इसलिए छोटी बैरक में रखा
बताया जा रहा है कि जेल में चंद्रशेखर, सूर्यप्रकाश, एस. निलेश सिंह, शशांक, क्षितिज, सुबोध, परिधि भार्गव, चित्रंगी अय्यर और सोमा जार्ज है। इसमें तीन महिलाओं को महिला बैरक में रखा गया है। इसके अलावा बाकि आरोपियों को एक छोटी बैरक में रखा गया है, ताकि वह सभी हार्डकोर क्रिमिनल के संपर्क में नहीं आ सकें। हार्डकोर क्रिमिनल उन्हें परेशान नहीं करें।
कैंटीन के सामान के लिए नहीं किया आवेदन
सभी आरोपियों में से किसी ने भी अभी जेल की कैंटीन में मिलने वाले सामान को लेने के लिए कोई आवेदन नहीं किया है। वह सभी जेल का सादा खाना ही खा रहे हैं। कैंटीन में नमकीन, सलाद और अन्य सामान मिलता है। लेकिन जब मांगा नहीं गया है, तो उन्हें वह सामान उपलब्ध नहीं कराया गया। यदि वह कैंटीन में उस सामान के रुपए जमा करते है, तो उन्हें वह खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
कई कार्यालय में ताला लगाकर भागे आरोपी
कई स्कूलों के कार्यालय ऐसे है, जहां पर दस्तावेज रखे हुए हैं, उन स्कूलों के कार्यालय में आरोपी ताला लगाकर भाग गए हैं, इसके लिए पुलिस द्वारा अब विशेष अनुमति लेकर ताला तोड़ा जाएगा। इसके अलावा उनके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर दीपक सक्सेना ने स्कूलों में जांच के दौरान कई अनियमितताएं पाई थी। इसमें 11 स्कूलों के संचालक, प्राचार्य समेत पुस्तक विक्रेताओं पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पुलिस ने आरोपियों पर धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जबकि अन्य 30 आरोपियों की तलाश जारी है।