इंदौरमध्य प्रदेश

कैबिनेट की बैठक से पहले CM शिवराज का ऐलान, ‘महाकाल लोक’ के नाम से जाना जाएगा महाकाल परिसर

मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक आज उज्जैन में बाबा महाकाल की अध्यक्षता में हो रही है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम सभी महाकाल के अधीन हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और महाकाल प्रांगण के लोकार्पण की तैयारियों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों से चर्चा करेंगे।

नर्मदा जी का जल सदैव क्षिप्रा जी में आएगा : सीएम

वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक के पूर्व संबोधन में कहा कि आज हमारा पहला निर्णय यही है कि महाकाल परिसर ‘महाकाल लोक’ के नाम से जाना जाएगा। आज हम एक सैद्धांतिक फैसला करते हैं कि नर्मदा जी का जल सदैव क्षिप्रा जी में आएगा। क्षिप्रा नदी किनारे रिवर फ्रंट भी विकसित किया जाएगा, जिससे उज्जैन का अलग रूप निखरेगा। यहां दादा की सवारी निकलती है तो पुलिस बैंड भी निकलता है। हम महाकाल पुलिस बैंड प्रारंभ करेंगे, जिनका उपयोग अनेक त्योहारों और पर्व पर किया जाएगा। इसमें 36 नए पदों का सृजन किया जाएगा।

महाकाल सभी पर कृपा बरसाएं : सीएम

कैबिनेट बैठक के पूर्व संबोधन में सीएम शिवराज ने कहा कि सबसे पहले मैं महाकाल महाराज के चरणों में प्रणाम करता हूं। महाकाल महाराज से प्रार्थना हूं कि वो देश-प्रदेश और उज्जैनी नगरी पर कृपा निरंतर बरसाएं। सभी सुखी हों, निरोग हों, सबका मंगल और कल्याण हों। भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को हमारा देश शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन कराए, यही मंगल कामना है।

महाकाल यहां के राजा और हम सेवक हैं : सीएम

सीएम ने कहा, महाकाल महाराज यहां के राजा हैं और हम सेवक हैं। आज कैबिनेट की बैठक हम सेवक होने के नाते महाकाल महाराज की नगरी में प्रार्थना करके कर रहे हैं। यह ऐतिहासिक पल है हम सभी के लिए। हमने कल्पना की थी कि महाकाल महाराज के परिसर का विस्तार किया जाएगा।

सिंहस्थ से महाकाल परिसर के विस्तार की योजना बनाई

सीएम ने आगे कहा कि महाकाल परिसर के परिसर के विस्तार की कल्पना हमने वर्ष 2016 के सिंहस्थ के समय प्रारंभ की थी। फिर हमने नागरिकों से, मंदिर समितियों और स्टेक होल्डरों से चर्चा की। उसके बाद उनके विचारों को ध्यान में रखकर हमने महाकाल परिसर के विस्तार की योजना बनाई।

योजना के लिए तय किए दो चरण

इसके डीपीआर का काम एक वर्ष में पूरा हुआ। फिर कैबिनेट में चर्चा कर प्रथम चरण के लिए टैंडर आमंत्रित किए गए। प्रारंभ में परियोजना की लागत 97 करोड़ रुपए थी। उसको बढ़ाकर 856 करोड़ रुपए किया गया। योजना के लिए दो चरण तय किए गए। प्रथम चरण के लिए 351.55 करोड़ की राशि और द्वितीय चरण 310.22 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई। भू-अर्जन हेतु भी लगभग 150 करोड़ रु की खर्च की गई।

लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री उज्जैन पधार रहे हैं : सीएम

सीएम ने कहा कि हम सबके लिए आनंद और प्रसन्नता का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी स्वयं इस परिसर के विस्तार के लोकार्पण के लिए उज्जैन पधार रहे हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। यह आयोजन केवल सरकार का ना बने, बल्कि जन का आयोजन हो, जनता इस आयोजन को हाथ में ले। इसलिए उज्जैन नगर की आयोजन समिति के साथ ही बैठक होगी। आयोजन को भव्य रूप प्रदान करने के बारे में चर्चा की जाएगी।

सभी कार्य महाकाल महाराज करवा रहे : सीएम

सीएम ने कहा कि सालों बाद ऐसा मौका आया है जब सरकार के रूप में सेवक यहां चर्चा करेंगे। कई विकास के काम हमने किए हैं। जिसमें रुद्रसागर को हमने पुनर्जीवित किया है। इसमें क्षिप्रा नदी का पानी रहेगा। मंदिर में लाइटिंग और साउंड सहित महाकाल पथ का निर्माण किया। दूसरे चरण में भी कई यहां काम पूर्ण होने हैं। ये सभी कार्य महाकाल महाराज ही करवा रहे हैं।

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