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खुद के किडनैपिंग की साजिश रचने वाली छात्रा का इंदौर से कनेक्शन, साथ घूम रहे दोस्त का मोबाइल मिला; पिता ने कहा- हो सकता है बेटी की गलती न हो…!

इंदौर। राजस्थान के कोटा से गायब शिवपुरी की छात्रा के बारे में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पहले अपहरण के मैसेज, फिर कोचिंग और हॉस्टल में रजिस्ट्रेन न होना, फिर खुद ही साजिश में शामिल होने की बात, वहीं अब उसकी लोकेशन को लेकर नई जानकारी सामने आई है। पुलिस के अनुसार, लड़की की लोकेशन इंदौर और आसपास के इलाके में बताई जा रही है। बता दें कि यह एक ऐसा अपहरण कांड था, जिसकी जांच दो राज्यों की पुलिस, डीजीपी, मुख्यमंत्री और एक केंद्रीय मंत्री के निर्देश में जांच चल रही है।

छात्रा के पिता इंदौर पहुंचे

इसी बीच छात्रा के पिता भी इंदौर पहुंचे। उनका कहना है कि बेटी के मिलने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा। आइए जानते हैं कि इस मामले में पुलिस का अब तक क्या कहना है…

Shivpuri Student Kidnapped in Kota

बेटी को पता था… पिता को रुपए मिलने थे

यहीं से शुरू होती है अपहरण की झूठी कहानी। छात्रा अपने ही अपहरण की साजिश रचने के लिए खुद ही हाथ पैर बंधवाकर पिता को फोटो भेजती है। दरअसल, छात्रा को पता था कि उसके पिता की जमीन शिवपुरी में 54 लाख रुपए की बिकी थी। ये रकम दो किश्तों में आनी थी। उसे पता था कि बचे हुए 27 लाख रुपए जल्द पिता को मिलने वाले हैं। इसलिए उसने पहले ही अपने अपहरण की फिरौती की कीमत 30 लाख रुपए रखी, क्योंकि उसको विदेश जाना था।

इंदौर में रची अपहरण की झूठी कहानी

इस अपहरण में छात्रा का साथ दोस्त हर्षित ने दिया। वह हर्षित के साथ 19 मार्च को इंदौर आई। तब छात्रा भोलाराम उस्ताद मार्ग पर स्थित सर्वानंद नगर के गर्ल्स हॉस्टल में रूकी, जहां उसने 2 दिन रुकने का कहकर रूम लिया था। होस्टल की वार्डन ने बताया कि वो एग्जाम देने के लिए इंदौर आई है, ऐसा बताकर उसने दो दिन के लिए रूम लिया, लेकिन वह महज 3 घंटे रुकी और रात 11 बजे एक लड़के के साथ चली गई।

हर्षित के दोस्त के पीजी में रुकी छात्रा

इसके बाद छात्रा दोस्त हर्षित के साथ भंवरकुआं क्षेत्र के पिपलिया राव स्थित पीजी-हॉस्टल पहुंची। यहां हर्षित का दोस्त बृजेंद्र और अमन रहता है। यहीं आकर एक दिन के लिए दोनों ब्रजेंद्र के भाई बहन बनकर पीजी में रहे और बाद में चले गए।

Shivpuri Student Was Kidnapped in Kota Update

ब्रजेंद्र के पीजी पहुंची पुलिस

इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम लड़की के साथी हर्षित की तलाश में उसके दोस्त ब्रजेंद्र के रूम पर पहुंची। क्राइम ब्रांच को हर्षित का मोबाइल उसके दोस्त के रूम पर ही मिला। अधिकारियों के अनुसार, छात्रा ने जयपुर से नई सिम ली, जो बुधवार तक चालू थी। सिम की लोकेशन ट्रेस कर पुलिस लड़की को ढूंढ रही थी। लेकिन, अब छात्रा का मोबाइल बंद आ रहा है। पुलिस दोनों की अभी भी इंदौर में सर्चिंग कर रही हैं।

वहीं, ब्रजेंद्र को राजस्थान पुलिस अपने साथ ले गई है। ब्रजेंद्र के साथ एक और दोस्त अमन भी था। दूसरे साथी अमन ने पूछताछ में बताया कि वह छात्रा और हर्षित को छोड़ने मेन रोड तक आया था। इसके बाद वह कहां गए, उन्हें नहीं पता।

हो सकता है बेटी की गलती न हो…! – पिता

इंदौर पहुंचे छात्रा के पिता का कहना है कि पुलिस जो कहानी बता रही है, तब तक यकीन नहीं कर सकते, जब तक बेटी नहीं मिल जाए। पुलिस अपहरण को फर्जी बता रही है। हो सकता है बेटी की गलती न हो…!

असलियत बताने के लिए युवक खुद पहुंचा था थाने

बता दें कि अपहरण की असलियत बताने के लिए हर्षित के दोस्त ब्रजेंद्र व साथी अमन खुद भंवरकुआं थाने खुद पहुंचे थे। पुलिस के मुताबिक, एक युवक अंदर आया और बोला कि छात्रा ने फर्जी अपहरण कराया है।

दोस्त ने बताया- हर्षित को डर था कि…

हर्षित के दोस्त ने पुलिस को बताया कि हर्षित को डर था कि सब साथ रहे तो जल्द पकड़े जाएंगे। इसलिए वो और छात्रा रूम छोड़ कर चले गए। पुलिस को शंका है दोनों उज्जैन या ओंकारेश्वर में हो सकते हैं। छात्रा का मोबाइल भी इंदौर रिंग रोड से ही बंद हुआ है।

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