
लेबनान में हिजबुल्लाह से जुड़े सदस्यों के पेजर में सीरियल विस्फोट हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना में ईरान के राजदूत समेत 1000 से ज्यादा घायल हुए हैं। इन विस्फोट के पीछे इजराइली हैकिंग का दावा किया जा रहा है। हालांकि इजराइल ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेबनान में हुए सीरियल ब्लास्ट में घायल होने वालों में हिजबुल्लाह के लड़ाके और चिकित्सक भी शामिल हैं। हिज्बुल्लाह के लड़ाकों की ओर से कम्यूनिकेशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर्स में विस्फोट से हड़कंप मच गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिजबुल्लाह से जुड़े हजार से ज्यादा सदस्यों को निशाना बनाया गया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि सीरिया में मौजूद हिजबुल्लाह प्रमुख को भी निशाना बनाया गया है। अटैक में ईरानी राजदूत भी घायल हुए हैं। यह धमाके हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच चल रही हिंसा के बीच हुए हैं।
पेजर के लेटेस्ट मॉडल में हुए विस्फोट
वहीं सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, जिन पेजरों में विस्फोट हुआ है, वे लेटेस्ट मॉडल थे। लेबनान में पेजर्स में हुए विस्फोट के लिए हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर आरोप लगाया है। हिज्बुल्लाह ने इस हमले को सबसे बड़ी सुरक्षा चूक भी करार दिया। हिज्बुल्लाह ने कहा कि सभी पेजर्स एक साथ फटे हैं। लेबनान में हुए ये सीरियल ब्लास्ट अपने तरह की पहली घटना है।
सीरियल ब्लास्ट से लेबनान में हड़कंप
लेबनान में हुए इन धमाकों के बाद अफरा-तफरी मच गई और चारों तरफ चीख-पुकार की आवाजें आ रही थीं। हालांकि, इन ब्लास्ट में अभी तक किसी के मारे जाने की कोई खबर सामने नहीं आई है। इस बीच कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अमेरिका की ओर से घोषित आतंकी संगठन हिज्बुल्हला को निशाना बनाकर ही लेबनान की राजधानी बेरूत में इस हमले को अंजाम दिया गया। बता दें कि अमेरिका और यूरोपीय संघ ने हिज्बुल्लाह पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, जबकि ईरान इसका समर्थन करता है।
हिजबुल्लाह लड़ाकों को मोबाइल न रखने की सलाह
बता दें कि कुछ महीने पहले ही हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरुल्ला ने अपने लड़ाकों से स्मार्टफोन इस्तेमाल न करने की अपील की थी, क्योंकि इस्राइल के पास स्मार्टफोन को हैक या उसमें से जानकारी निकालने की तकनीक है। इस वजह से ही हिजबुल्ला ने अपने संचार माध्यम को बेहतर बनाने के लिए स्मार्टफोन की जगह पेजर का सहारा लिया था।