
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की कावेरी ढीमर ने एक मछली पकड़ने वाली लड़की से देश की कैनोइंग चैंपियन बनने का सफर तय किया है। कावेरी ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश और प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है। कावेरी ने अब तक नेशनल लेवल पर करीब 30 गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं।
कावेरी ने उत्तराखंड में 5 गोल्ड जीते
कावेरी ढीमर ने उत्तराखंड में 22 से 25 अगस्त तक आयोजित 33वीं राष्ट्रीय कैनो स्प्रिंट सीनियर महिला एवं पुरुष वर्ग चैंपियनशिप में 5 स्वर्ण पदक एवं एक रजत पदक जीता है। कावेरी ने कयाकिंग व कैनोइंग की 1000, 500 व 200 मीटर की 6 रेसों में से 5 गोल्ड जीते हैं।
इन दिनों कावेरी ने दाखिला चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में बीए प्रथम वर्ष में हुआ है। उन्होंने अभी नेशनल गेमों में 30 गोल्ड और एक सिल्वर जीता है। साथ ही 2022 में इंटरनेशनल में थाईलैंड में कैनो-4 की 200 मीटर रेस में कांस्य पदक हासिल किया था।
पिता के साथ पकड़ती थीं मछलियां
सीहोर जिले के नसरुल्लागंज के पास गांव चींच निवासी कावेरी ने देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। कावेरी आज ‘मध्य प्रदेश की गोल्डन गर्ल’ के नाम से जानी जाती हैं। कावेरी एक मजदूर परिवार की बेटी हैं। बचपन से ही वह नर्मदा नदी में पिता के साथ मछलियां पकड़ा करती थीं। नाव में मछलियां पकड़ने के हुनर ने ही कावेरी को आज कैनोइंग चैंपियन बना दिया है।
ये भी पढ़ें: MP की बेटी ने जीता ब्रॉन्ज मेडल, विश्व जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में मंगोलियन को पछाड़ा; CM शिवराज ने दी बधाई