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SCO Meeting : जयशंकर ने कहा- सीमा पार से आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेंगे, बिलावल बोले- टेररिज्म को नहीं बनाएं हथियार

पणजी। गोवा के पणजी में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की बैठक में पाकिस्तान और भारत विदेश मंत्रियों की मुलाकात हुई। SCO समिट में एस जयशंकर ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने पाकिस्तान, चीन समेत सभी SCO सदस्य देशों के सामने साफ कर दिया कि भारत सीमा पार से आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा।

एस जयशंकर ने क्या कहा

भारतीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने कहा, हम सबको मिलकर आतंकवाद से लड़ना होगा। आतंकवाद को अभी भी हराया नहीं जा सका। आतंकवाद से मुकाबला हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है। आतंकवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है। इसे सीमा पार आतंकवाद समेत इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में रोका जाना चाहिए। आतंकवाद से लड़ाई SCO के वास्तविक लक्ष्यों में से एक है। जब दुनिया कोविड से लड़ रही थी, आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी था, इसमें सीमा पार आतंकवाद भी शामिल था।”

वहीं बिलावल भुट्टो ने कहा, कुटनीतिक लाभ के लिए किसी देश को टेररिज्म के मुद्दे को हथियार नहीं बनाना चाहिए। बिलावल ने कहा, हमें सामुहिक रूप से आतंकवाद को खत्म करने का प्रयास करना चाहिए।

12 साल बाद भारत आएंगे पाक विदेश मंत्री

विदेश मंत्रियों की एससीओ परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए पाक के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी भारत पहुंचे हैं।

लगभग 12 वर्षों में इस तरह की यह पहली यात्रा है। हिना रब्बानी खार भारत आने वाली अंतिम पाकिस्तानी विदेश मंत्री थीं, जो जुलाई 2011 में भारत आईं थीं। वहीं अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो 4 मई 2023 को भारत पहुंचे हैं। बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के सबसे युवा मंत्रियों में से एक हैं, उनकी उम्र 34 साल है। 27 अप्रैल 2022 को बिलावल मुल्क के 37वें विदेश मंत्री नियुक्त किए गए। वो ‘पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी’ के सदस्य हैं।

भुट्टो ने पीएम मोदी को कहा था कसाई

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। बिलावल भुट्टो ने न्यूयॉर्क में अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा था कि, ओसामा बिन लादेन मर गया है, लेकिन गुजरात का कसाई नरेंद्र मोदी अभी तक जीवित है।

भारत कर रहा SCO बैठक की अध्यक्षता

  • वर्तमान में SCO बैठक की अध्यक्षता भारत कर रहा है।
  • SCO के अध्यक्ष के रूप में, भारत कई कार्यक्रमों की मेजबानी करने के लिए तैयार है, जिसमें सदस्य राज्यों के मुख्य न्यायाधीशों का एक सम्मेलन, विदेश मंत्रियों की बैठक और 2023 में एक शिखर सम्मेलन शामिल हैं।
  • SCO एक पॉलिटिकल, इकोनॉमिकल और सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन है। भारत, रूस, चीन और पाकिस्तान समेत इसके कुल 8 स्थाई सदस्य हैं।
  • शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) का गठन 2001 में हुआ था। शुरुआत में SCO में छह सदस्य- रूस, चीन, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान थे।
  • 2017 में भारत और पाकिस्तान के भी इससे जुड़ने से इसके स्थाई सदस्यों की संख्या 8 हो गई।
  • 6 देश- आर्मीनिया, कंबोडिया, नेपाल, अजरबैजान, श्रीलंका और टर्की SCO के डायलॉग पार्टनर हैं।
  • 4 देश- अफगानिस्तान, ईरान, बेलारूस और मंगोलिया इसके ऑब्जर्वर सदस्य हैं।
  • एससीओ में चीन और रूस के बाद भारत सबसे बड़ा देश है।
  • SCO भारत के लिए एक ऐसा मंच है। जहां वो क्षेत्रीय मुद्दों पर चीन और पाकिस्तान के साथ रचनात्मक चर्चा में शामिल हो सकता है और अपने सुरक्षा हितों को उनके समक्ष रख सकता है।

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