जबलपुरमध्य प्रदेश

नर्सिंग स्टाफ की कमी से जूझ रहा स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन न्यूरो सर्जरी

जबलपुर। नर्सिंग स्टाफ की कमी के जूझ रहा प्रदेश का पहला स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन न्यूरो सर्जरी सेंटर को रफ़्तार देने की कवायद भोपाल से शुरू कर दी गई है। करोड़ों रुपए की लागत वाले इस भारी भरकम हेल्थ प्रोजेक्ट को रन किये जाने में आ रही समस्या की पड़ताल करने के लिए भोपाल से एडीशनल सेक्रेट्री सुरभि गुप्ता मेडिकल कॉलेज में निरीक्षण करने के लिए पहुंची थीं। यहां पर पहले उन्होंने प्रभारी डीन डॉ. परवेज सिद्दकी से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे और विभागों में अपग्रेडेशन के बारे में जानकारी ली।

इसके बाद एडी. सेक्रेट्री सीधे स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन न्यूरो सर्जरी पहुंची, यहां पर मौजूद चिकित्सा अधिकारियों ने जानकारी दी कि मरीज तो यहां पर भर्ती किये जा रहे है। लेकिन नर्सिंग स्टाफ की कमी के चलते यहां पर सेंटर की क्षमता के मुताबिक मरीज भर्ती नहीं हो पा रहे है लगातार इसके लिए शासन से मांग की जा रही है। उक्त कमी को पूरा करने के लिए एडी. सेक्रेट्री ने सेंटर के प्रमुख डॉ. वायआर यादव को निर्देशित किया कि वे अपने यहां की सभी प्रकार की रिक्वायरमेंट भेजे ताकि उन कमियों को समय रहते हुये पूरा किया जा सके।

18 करोड़ की लागत से तैयार है सेंटर

जानकारी के मुताबिक करीब 18 करोड़ रुपए की लागत से यह सेंटर तैयार किया गया है। सेंटर का मुख्य उद्देश्य यहां पर आने वाले न्यूरों की बीमारियों से पीड़ित मरीजों को अत्याधुनिक तकनीक से उपचार के साथ नए न्यूरो सर्जन को ट्रेनिंग देना है। इसमें करीब 8 करोड़ की लागत से बिल्डिंग तैयार की गई है और 10 करोड़ से उपकरण की खरीदी। यहां पर 100 मरीजों को भर्ती किये जाने की व्यवस्था है।

न्यूरो के मरीजों की देखरेख के लिए ट्रेंड नर्सिंग स्टाफ चाहिये, इसके लिये जितने पद थे उनमें से ज्यादातर खाली है। ऐसे में मरीजों को हम भर्ती तो कर रहे है, लेकिन क्षमता से यह संख्या कम है। तेजी से रन करने के लिए मैन पॉवर पूरा होना जरूरी है। एडी. सेक्रेट्री ने रिक्यावरमेंट भोपाल भेजने के लिए कहा है हम जल्द ही उन्हें इस संबंध में जानकारी भेज देंगे। -डॉ. वायआर यादव प्रभारी स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन न्यूरो सर्जरी

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