
नई दिल्ली। सऊदी अरब ने भारतीय कामगारों के लिए वर्क वीजा हासिल करने की प्रक्रिया को सख्त कर दिया है। सऊदी अरब ने वीजा प्राप्त करने के लिए अब पेशेवर और शैक्षणिक योग्यता का पहले सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। इसका उद्देश्य श्रम मानकों को सुधारना और यह सुनिश्चित करना है कि कामगारों के पास आवश्यक योग्यता है और वे कार्य विशेष में दक्ष हैं। यह पहल सऊदी अरब की विजन 2030 का हिस्सा है, जो देश की अर्थव्यवस्था को विविधता प्रदान करने और श्रम क्षेत्र को उन्नत बनाने पर केंद्रित है।
सऊदी अरब में 24 लाख भारतीय करते हैं काम
बता दें, सऊदी अरब में लगभग 24 लाख भारतीय काम करते हैं, जो वहां की दूसरी सबसे बड़ी प्रवासी जनसंख्या हैं। ये लोग विभिन्न निर्माण, स्वास्थ्य सेवा, आईटी, और घरेलू सेवाएं जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था में भारतीय श्रमिकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। सऊदी सरकार अब यह सुनिश्चित करना चाहती है कि श्रम बाजार में केवल योग्य और प्रशिक्षित लोग ही आएं।
पहले कराना होगा शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन
नए नियम के तहत, वीजा आवेदन करने से पहले कामगारों को अपने पेशेवर और शैक्षणिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन करवाना होगा। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि श्रम बाजार में उच्च मानक स्थापित किए जा सकें प्रशिक्षण केंद्रों की सीमित क्षमता का ध्यान रखा जा सके। इससे श्रम क्षेत्र में गुणवत्ता और दक्षता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। वीजा प्रक्रिया में नए बदलावों के तहत, विभिन्न प्रकार के वीजा के लिए अलग-अलग शुल्क निर्धारित हैं।
जैसे, सिंगल एंट्री वीजा के लिए शुल्क 2,000 सऊदी रियाल (लगभग 43,800 रुपए), मल्टीपल एंट्री वीजा के लिए 3,000 सऊदी रियाल (लगभग 65,700 रुपए), एक साल के वीजा के लिए 5,000 सऊदी रियाल (लगभग 1,09,500 रुपए) और दो साल के वीजा के लिए 7,000 सऊदी रियाल (लगभग 1,53,300 रुपए) है। साथ ही, वीजा प्रक्रिया के दौरान स्वास्थ्य बीमा अनिवार्य है, हालांकि इसका खर्च अधिकांश मामलों में नियोक्ता द्वारा उठाया जाता है।
वीजा प्रक्रिया में लगते हैं एक से तीन सप्ताह
वीजा प्रक्रिया पूरी होने में आमतौर पर 1 से 3 सप्ताह का समय लगता है। वीजा मिलने के बाद, कामगार सऊदी अरब की यात्रा कर सकते हैं, जहां नियोक्ता उन्हें इकामा (रहने की अनुमति) दिलाने में मदद करेंगे। इकामा प्रक्रिया 90 दिनों के भीतर पूरी करनी होती है।
श्रम क्षेत्र की गुणवत्ता को सुधारने में मदद के लिए उठाया कदम
यह कदम सऊदी अरब में न केवल श्रम क्षेत्र की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगा, बल्कि यह सुनिश्चित करेगा कि देश में काम करने वाले लोग प्रशिक्षित और अपने कार्यक्षेत्र में दक्ष हैं। इस प्रक्रिया से भारतीय कामगारों को भी लाभ होगा, क्योंकि यह उनकी योग्यता और कौशल को बेहतर पहचान और अवसर प्रदान करेगा। सऊदी अरब के इन नए वीजा नियमों से यह स्पष्ट है कि देश अपने श्रम बाजार को उच्च मानकों के अनुसार विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कदम भारतीय कामगारों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन लंबे समय में यह पेशेवर मानकों और अवसरों को सुधारने में मदद करेगा।