सऊदी अरब ने तब्लीगी जमात पर बैन लगा दिया है। आतंकवाद का सबसे बड़ा द्वार बताते हुए सरकार ने तब्लीगी जमात के लोगों को अगले जुमे की नमाज से पहले मस्जिदें खाली करने का आदेश दिया है। सरकार ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब से शुक्रवार की नमाज के दौरान लोगों को तब्लीगी जमात से मिलने की जरूरत नहीं है। उनके साथ किसी भी तरह का संपर्क रखना जरूरी नहीं है। सरकार ने आगे कहा कि ये संगठन समाज के लिए खतरनाक है और देश में आतंकवाद के द्वार खोलने का दमखम रखता है।
His Excellency the Minister of Islamic Affairs, Dr.#Abdullatif Al_Alsheikh directed the mosques' preachers and the mosques that held Friday prayer temporary to allocate the next Friday sermon 5/6/1443 H to warn against (the Tablighi and Da’wah group) which is called (Al Ahbab)
— Ministry of Islamic Affairs ?? (@Saudi_MoiaEN) December 6, 2021
सरकार ने मस्जिदों के मौलानाओं को दिए निर्देश
जानकारी के मुताबिक, सऊदी अरब सरकार ने मस्जिदों के मौलानाओं को निर्देश देते हुए कहा कि वे लोगों को बताएं कि तब्लीगी जमात किस तरह से लोगों को गुमराह कर रहा है। किस तरह से लोगों को भटका रहा है। वहीं सरकार ने स्पष्ट तौर पर तब्लीगी जमात को समाज के लिए खतरा बताया है। इसके साथ ही तब्लीगी जमात को आतंकवाद का प्रवेश द्वार करार दिया है। इस सख्त कदम के बाद भारत समेत दुनियाभर में फैले तब्लीगी जमातियों ने उनका विरोध शुरू कर दिया है।
सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन
तब्लीगी जमात को सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन बताया जाता है। 1926 में भारत में ये संगठन अस्तित्व में आया। इनका मुख्य काम इस्लाम को लेकर धार्मिक उपदेश देना है। बता दें इस संगठन के लोगों पर भड़काऊ बयान देने के भी आरोप लगे हैं।