पीपुल्स संवाददाता. इंदौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर इंदौर पहुंचे। वे सुबह उदयपुर-इंदौर ट्रेन से यहां पहुंचे और सीधे रामबाग स्थित संघ कार्यालय ‘अर्चना’पहुंचे। यहां तीन घंटे रुकने के बाद वे समाजसेवी विनोद अग्रवाल के बंगाली चौराहे के पास स्थित चमेली पार्क निवास पर पहुंचे। यहां भोजन के साथ उन्होंने बातचीत की। उल्लेखनीय है कि विनोद अग्रवाल सामजिक और धार्मिक गतिविधियों में सदैव तत्पर रहते हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने एक करोड़ रुपए की सहयोग राशि प्रदान की थी। अग्रवाल के निवास पर डॉ. भागवत बहुत ही सीमित संख्या में उपस्थित लोगों से मिले।
कार्यालय के बाहर कार्यक्रम नहीं
संघ पदाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, डॉ. भागवत का अपने सेवा कार्यों से समाज में विशिष्ट स्थान बनाने वाले शिक्षाविदों से संवाद तय था। मंगलवार को उन्होंने नया कार्य शुरू करने वाले युवा उद्यमियों से भी चर्चा की। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए संघ प्रमुख का कोई भी कार्यक्रम कार्यालय के बाहर तय नहीं किया गया। संघ प्रमुख बुधवार को सुबह 7 बजे से मुलाकात का दौर शुरू करेंगे। वे शिक्षाविदों और प्रबुद्धजनों से बात करेंगे।
साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट्स से मुलाकात
भागवत ने मंगलवार को साइन लैंग्वेज को भाषा का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले ज्ञानेंद्र पुरोहित और मोनिका पुरोहित से भी मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से भी बात की। इस संबंध में पुरोहित दंपत्ति ने कोई भी बात करने में असमर्थता जताई। पुरोहित दंपत्ति दिव्यांगों के लिए आनंद सोसाइटी नामक एक संस्था संचालित करते हैं। संस्था के माध्यम से ही वे अनेक दिव्यांगों को समर्थ बनाने में जुटे हैं।
सत्ता-संगठन का फीडबैक
संघ प्रमुख का यह दौरा वैसे तो सामान्य बताया जा रहा है, लेकिन आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए इसे संघ की प्रारंभिक तैयारी माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो अपने प्रवास के दौरान भागवत सत्ता और संगठन का फीडबैक भी लेंगे।