हर्षित चौरसिया-जबलपुर। प्रदेश में सिकल सेल और थैलेसीमिया सहित अन्य बीमारियों की रोकथाम को लेकर गांधी जयंती 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने जबलपुर के आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी के बरगांव में जनजाति कल्याण केन्द्र महाकौशल के तत्वावधान में प्रदेश का सबसे बड़ा हेल्थ कैंप लगाया। कैंप में 10 हजार से अधिक मरीज पहुंचे। इनमें से कुछ ऐसे भी मरीज थे, जिन्होंने दो बीमारियों के उपचार के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
कैंप में 267 मरीजों का पंजीयन किया गया। इसमें 500 चिकित्सक व 1 हजार से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ ने सेवाएं दीं। कैंप में प्रदेशभर के मेडिकल कॉलेजों के साथ निजी अस्पतालों के चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की टीमों ने मरीजों को नि:शुल्क उपचार दिया। व्यवस्थाओं को बनाने में वालेंटियर के रूप में आरएसएस के स्वयं सेवक, एनसीसी, एनएसएस के छात्रों ने कमान संभाली। कैंप में करीब 150 बूथ बनाए गए थे, जिनमें जांचें की गईं।
रोगों की रोकथाम के लिए जागरुकता जरूरी : जनजाति कल्याण केन्द्र महाकौशल के परिसर में आयोजित कैंप का शुभारंभ अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख आरएसएस राजकुमार मटाले, ब्रजकांत चतुर्वेदी, प्रांत प्रचारक महाकौशल प्रांत द्वारा किया गया। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने कहा कि रोगों की रोकथाम के लिए जागरुकता जरूरी है। इस तरह के प्रयास समय-समय पर होना चाहिए, ताकि समय पर बीमारियों की रोकथाम की जा सके।
कार्यक्रम में कैबिनेट पीएचई मंत्री संपतिया उईके, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला, रूद्रेश परस्ते जिपं. अध्यक्ष डिंडोरी, राजेश मिश्रा सांसद सीधी, संदीप रजक आयुक्त नि:शक्तजन आयोग, निजी विवि आयोग मप्र के चेयरमेन भरत शरण सिंह, कलेक्टर हर्ष सिंह, सीईओ जिला पंचायत अनिल राठौर, एसडीएम शहपुरा ऐश्वर्य वर्मा, अध्यक्ष मनोहर लाल साहू आदि मौजूद रहे।
प्रदेश के 22 जिले के 89 ब्लॉक प्रभावित
सिकल सेल की बीमारी जनजातीय समुदाय में ज्यादा देखी गई है। इससे प्रदेश के 22 जिले के 89 ब्लॉक प्रभावित हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस बीमारी के 42 लाख लोग वाहक हैं। 82 हजार गंभीर रूप से पीड़ित हैं। अलीराजपुर, अनूपपुर, बालाघाट, बड़वानी, बैतूल, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, धार, डिंडोरी, होशंगाबाद, जबलपुर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, मंडला, रतलाम, सिवनी, शहडोल, शिवपुरी, सीधी, सिंगरौली व उमरिया जिले सिकल सेल से प्रभावित हैं। इस बीमारी के उपचार के लिए एम्स भोपाल में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस तैयार किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार सिकल सेल वार्ड भी तैयार किया है।
कैंप में इन बीमारियों के लिए कराए रजिस्ट्रेशन
1 | सिकिल सेल | 267 | 9 | किडनी | 220 |
2 | ईएनटी | 1088 | 10 | लीवर | 568 |
3 | नेत्र रोग | 1657 | 11 | पथरी | 300 |
4 | अस्थि | 1362 | 12 | सामान्य जांच | 4820 |
5 | चर्म | 741 | 13 | दिव्यांग सर्टिफिकेट | 879 |
6 | शिशु | 151 | 14 | दंत | 267 |
7 | स्त्री एवं प्रसूति | 540 | 15 | कैंसर | 59 |
8 | हृदय | 688 |