
हर्षित चौरसिया, जबलपुर। प्रदेश के बांधवगढ़ नेशनल पार्क में कान्हा से आए बारहसिंगों को कुनबा बढ़ने के बाद ही बाड़े से रिलीज किया जाएगा। ऐसे में बांधवगढ़ आने वाले पर्यटकों को कान्हा के बारहसिंगा देखने के लिए करीब एक साल तक का और इंतजार करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि रविवार की सुबह कान्हा नेशनल पार्क की तीन रेंजों से 19 बारहसिंगों को बोमा कैप्चर टेक्निक से पकड़कर बांधवगढ़ नेशनल पार्क में शिफ्ट किया गया है। करीब 4 घंटे के सफल के बाद इन्हें देर शाम बांधवगढ़ में बनाए गए बाड़े में छोड़ा गया है।
चार टीमें और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बनाए गए बाड़े में बारहसिंगों की मॉनीटरिंग के लिए चार टीमें लगाई गई हैं। इनमें कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक शामिल हैं। बाड़े के कुछ अंदरूनी हिस्सों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जहां इनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इनकी रिपोर्ट भोपाल मुख्यालय में बैठे वन विभाग के आला अधिकारियों को भेजी जा रही है।
कान्हा से ट्रांसलोकेट कर लाए गए सभी बारहसिंगा स्वस्थ हैं। इनके आबादी बढ़ने के बाद ही इन्हें पार्क में स्वछंद विचरण के लिए छोड़ा जाना प्रस्तावित है। फिलहाल की देखरेख के लिए चार टीमों के साथ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
-ललित भारती, डिप्टी डायरेक्टर बांधवगढ़ नेशनल पार्क