
आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 80वीं जयंती है। उनका जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था। उनकी दिलचस्पी राजनीति में नहीं थी। वे पेशे से एक पायलट थे। 1980 में भाई संजय गांधी की आकस्मिक मृत्यु के बाद राजीव गांधी अपनी मां इन्दिरा गांधी के सहयोग के लिए साल 1981 में राजनीति में आए। उन्हें हमेशा विज़नरी नेता माना जाता रहा है, जिन्होंने देश के विकास लिए नवोन्मेषी कदम उठाए। देश में कंप्यूटर आगमन और उसके विकास में राजीव गांधी का प्रमुख यागदान रहा है।
आज के युवा जो उनके बारे में जानना चाहते हैं, लेकिन जान नहीं पाते। ऐसे में पेश है उनकी जिंदगी से जुड़ी शॉर्ट टाइमलाइन…
- राजीव गांधी और उनके भाई संजय गांधी को सन् 1951 में शिवनिकेतन स्कूल में दाखिला कराया गया।
- इसके बाद वो देहरादून भी पढ़ने गए।
- आगे की शिक्षा के लिए 1961 में वो लंदन चले गए।
- 1966 में वो भारत लौटे और दिल्ली में फ्लाइट क्लब जॉइन किया और पायलट की ट्रेनिंग ली।
- 1970 में एयर इंडिया में बतौर पायलट उनको नौकरी मिली।
- आगे चलकर 1968 में उन्होंने सोनिया गांधी से शादी की।
- संजीव गांधी की मौत के बाद राजनीति में मां इंदिरा का सहयोग करने के लिए 1981 में राजनीति में कदम रखा।
- 17 अगस्त 1981 को वो उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद चुने गए। 1981 में ही उन्हें भारतीय युवा कांग्रेस का प्रभारी नियुक्त किया गया।
- 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद वो भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने।
- इसके बाद उन्होंने दलबदल विरोधी कानून, मुस्लिम महिला अधिनियम 1986, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना जैसे प्रमुख काम किए। साथ ही भारत को टेलीफोन नेटवर्क से जोड़ने के लिए एमटीएनएल की स्थापनी भी की।
- 21 मई 1991 को तमिलनाडु के एक रैली में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई। उस समय वह तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर में चुनाव प्रचार के लिए गए थे। यह आत्मघाती हमला लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) ने किया था। इसमें एक महिला राजीव गांधी से मिलने के लिए आगे बढ़ी और पैर छूने लगी। तभी उसके शरीर में लगा आरडीएक्स फट गया।