
राजगढ़। लोकायुक्त पुलिस भोपाल के एक दल ने राजगढ़ में पदस्थ राजस्व निरीक्षक (RI) को 16 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। राजेश खरे नाम के इस राजस्व अधिकारी ने डूंगरपुर तहसील खुजनेर के रहने वाले किसान सरजन सिंह सोंधिया से उसकी 22 बीघा जमीन का नामांकन करने के लिए 25 हजार की घूस मांगी थी। सोमवार को जैसे ही आरआई राजेश खरे ने किसान से रिश्वत के रूप में 16 हजार रुपए लिए, उसे तत्काल ही पास मौजूद लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ लिया।
शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस ने बनाया प्लान
किसान सरजन सिंह को राजेश खरे लंबे समय से उनकी 22 बीघी जमीन के सीमांकन के लिए टाल रहा था। आखिरकार राजेश खरे ने सीमांकन के बदले सरजन सिंह से 25 हजार रुपए की घूस मांगी। इसकी जानकारी सर्जन सिंह ने तत्काल लोकायुक्त पुलिस भोपाल को दी। इसके बाद अफसरों ने राजेश को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया। लोकायुक्त एसपी भोपाल मनु व्यास ने बताया कि इस केस के लिए इंस्पेक्टर रजनी तिवारी के नेतृत्व में एक टीम को राजगढ़ भेजा गया। सोमवार को जैसे ही राजेश ने राजगढ़ की शिवधाम कालोनी में रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 16 हजार रूपए लिए, वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया।
पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
इस मामले में एक बेहद चौंका देने वाला पहलू भी उजागर हुआ है। लोकायुक्त पुलिस को जानकारी लगी है कि पहले भी राजेश खरे 5 हजार की रिश्वत लेते ट्रेप किया जा चुका है। इसके बाद भी वह किसी तरह से नौकरी पर वापस लौट आया। लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत राजेश खरे के खिलाफ कार्रवाई की है। अब लोकायुक्त पुलिस घूस लेते पकड़े गए इस राजस्व अधिकारी की जानकारी शासन को भेजने की तैयारी कर रहा है, ताकि वहां से भी इसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा सके।
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