भोपाल। प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार (स्व.) दुष्यंत कुमार की पत्नी राजेश्वरी देवी का रविवार रात निधन हो गया। वे 87 साल की थीं और लंबे समय से बीमार चल रही थीं। उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर शोक जताया और श्रद्धांजलि दी। राजेश्वरी का जन्म यूपी के सहारनपुर जनपद के डंगहेड़ा गांव में हुआ था। 30 नवंबर 1949 को उनकी शादी दुष्यंत कुमार से हुई थी। दुष्यंत का निधन साल 1975 में हो गया था।
महान कवि स्व. दुष्यंत कुमार जी की धर्मपत्नी श्रीमती राजेश्वरी दुष्यंत जी के निधन का समाचार दु:खदायी है।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन पीड़ा सहन करने की शक्ति दें, विनम्र श्रद्धांजलि!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 30, 2021
भोपाल में बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी
राजेश्वरी भोपाल में आदित्य एवेन्यू एयरपोर्ट रोड पर बड़े बेटे आलोक त्यागी के साथ रहती थीं। सोमवार सुबह भदभदा विश्राम घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे आलोक ने उन्हें मुखाग्नि दी। राजेश्वरी और दुष्यंत कुमार ने तीन संतानों को जन्म दिया। आलोक त्यागी बैंक से सेवानिवृत्त हैं। छोटे बेटे अपूर्व सेना में नौकरी करते हैं। माता के निधन की सूचना मिलते ही वह सोमवार सुबह भोपाल पहुंच गए थे। बेटी अर्चना का देहांत एक कार दुर्घटना में दुष्यंत कुमार के निधन से दो साल पहले ही हो गया था। आलोक की शादी ख्यात लेखक और पत्रकार स्व. कमलेश्वर की पुत्री ममता से हुई है। दुष्यंत और कमलेश्वर गहरे मित्र थे और अपनी मित्रता को रिश्तेदारी में बदलने के लिए यह शादी की गई थी।
राजेश्वरी हिंदी की शिक्षिका रहीं
राजेश्वरी देवी शासकीय मॉडल स्कूल साउथ टीटी नगर, भोपाल में हिंदी की शिक्षिका रहीं और वहीं से सेवानिवृत हुईं थी। दुष्यंत कुमार न सिर्फ महान साहित्यकार थे, बल्कि सादगी पसंद और सबको साथ लेकर चलने वाले इंसान थे। वे समाज के दर्द को अपना दर्द समझते थे और सबसे अपनत्व बटोरते थे। उनके नाम पर शिवाजी नगर में पांडुलिपि संग्रहालय भी स्थित है।