जयपुर। राजस्थान की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। राजस्थान की भजनलाल सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कृषि मंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. मीणा के इस्तीफे से भाजपा में खलबली मच गई है। आज एक प्राइवेट चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने इसकी जानकारी दी। डॉ. मीणा ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंपा है।
मीणा ने लोकसभा चुनाव के परिणाम से पहले ही इस बात का ऐलान कर दिया था कि अगर वे अपने क्षेत्र और प्रभाव वाले इलाके से कोई भी सीट हार जाते हैं तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। लोकसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी हार गई थी। मीणा ने कहा कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है।
डॉ. मीणा बोले- नाराजगी का कोई कारण नहीं
डॉ. मीणा के एक सहयोगी ने कहा, ‘‘डॉ. किरोड़ीलाला मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 10 दिन पहले मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा था।” वहीं गुरुवार को डॉ. मीणा ने एक टीवी चैनल से बातचीत में पार्टी से नाराजगी की खबरों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘नाराजगी का कोई कारण नहीं है और मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।”
मैं जनता के बीच घोषणा कर चुका हूं
मीणा हाल ही में कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इस पर उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने इस्तीफा दे दिया तो नैतिक रूप से मैं वहां जा नहीं सकता। मुख्यमंत्री जी से मैं मिला था। उन्होंने आदरपूर्वक कहा था कि आपका इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे। मैंने मुख्यमंत्री से कहा- चूंकि मैं जनता के बीच घोषणा कर चुका हूं कि अगर हम यह सीट (दौसा) नहीं जीते तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, इसलिए मैंने ऐसा किया।”
भाजपा उनके अधीन सीट हारती है तो…
मीणा ने लोकसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद कहा था कि अगर भाजपा उनके अधीन 7 सीट में से कोई भी सीट हारती है तो वह मंत्री पद छोड़ देंगे। कृषि, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री मीणा ने कहा था, ‘‘प्रधानमंत्री के दौसा आने से पहले मैंने कहा था कि अगर सीट (दौसा) नहीं जीती तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा। बाद में प्रधानमंत्री ने मुझसे अलग से बात की और मुझे 7 सीट की सूची दी। मैंने 11 सीट पर कड़ी मेहनत की है।” उन्होंने यह भी कहा था, ‘‘अगर पार्टी सात में से एक भी सीट हारती है तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा और यहां पानी पिलाऊंगा।” मीणा ने दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान की सीट पर प्रचार किया था। भाजपा इनमें से भरतपुर, दौसा, टोंक-सवाईमाधोपुर और धौलपुर-करौली सीट कांग्रेस से हार गई।
कांग्रेस ने कहा था, इस्तीफा जरूर देंगे
दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि उन्हें जिन सीटों की जिम्मेदारी मिली है अगर वो हारते हैं तो इस्तीफा दे देंगे। नतीजों के बाद मीणा पर इस्तीफा देने का दबाव था। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कहा था कि मीणा पीछे नहीं हटेंगे, इस्तीफा जरूर देंगे।