
पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर पर रॉकेट से हमला हुआ है। इस हमले की अब टेरर एंगल से भी जांच की जा रही है। वहीं अब इस मामले में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। शुरूआती जांच में यह भी पता चला है कि हेडक्वार्टर की बिल्डिंग के बाहर से ही यह हमला किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) अटैक करीब 80 मीटर दूर से किया गया है।
मोहाली जाएगी NIA की टीम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को हमले के वक्त बाहर एक कार घूमती दिखी है। इसी कार से अटैक करने की आशंका है। हमले के बाद यह कार वहां से गायब हो गई, जिसमें 2 संदिग्ध होने की सूचना है। इस मामले में मुख्यमंत्री ने डीजीपी से पूरी जानकारी ली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम पंजाब इंटेलिजेंस ऑफिस आ रही है। वहां जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
इस बात ने बढ़ाई पुलिस की चिंता
घटना के संबंध में इंटेलिजेंस के अधिकारी और जांच टीम सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन टावर्स की जांच कर रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, चिंता वाली बात यह है कि ऐसे हथियार अफगानिस्तान में इस्तेमाल होते रहे हैं। इसके अलावा रूस-यूक्रेन जंग में भी इनके इस्तेमाल की बात कही जा रही है। बता दें कि, पंजाब में पिछले कुछ महीनों में ड्रोन ड्रॉपिंग के मामले बढ़ गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी मोहाली ब्लास्ट मामले में रिपोर्ट तलब की है।
पूरे पंजाब में हाई अलर्ट
डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि, हमले से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। हमले के बाद पूरे पंजाब में हाई अलर्ट कर दिया गया है। मोहाली और उससे सटे चंडीगढ़ के बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी गई है। यहां लगातार चेकिंग चल रही है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। पंजाब पुलिस ने इसकी आतंकी घटना के तौर पर पुष्टि नहीं की है।
कब हुआ हमला?
मोहाली में इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर यह हमला सोमवार शाम 7.45 बजे हुआ। हालांकि, तब तक छुट्टी हो चुकी थी। लगभग सभी बड़े अफसर और कर्मचारी घर जा चुके थे। हमले के वक्त सिर्फ नाइट ड्यूटी वाली टीम ही मौजूद थी। हेडक्वार्टर के आसपास एक प्राइवेट अस्पताल और स्कूल भी है।